आगरा में कृषि विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद से अवैध रूप से लाई जा रही 490 बोरी डीएपी जब्त की है। यह कार्रवाई स्थानीय लोगों की जागरूकता के कारण संभव हो पाई। स्थानीय लोगों ने जब ट्रक में संदिग्ध गतिविधि देखी तो उन्होंने तुरंत उप जिलाधिकारी को सूचित किया। सूचना मिलते ही कृषि विभाग और पुलिस विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ट्रक को जब्त कर लिया। ट्रक में सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस मामले में कई अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
आगरा: कृषि विभाग की एक बड़ी कार्यवाही में अवैध डीएपी उर्वरक के 490 बोरे बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई शुक्रवार को उप जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई, जब राहगीरों की जागरूकता के चलते संदिग्ध खाद की सूचना पुलिस को दी गई।
जानकारी के अनुसार, थाना किरावली परिसर के सामने एक ट्रक (संख्या- आरजे05जीबी0812) खड़ा था, जिसमें अवैध तरीके से डीएपी उर्वरक लाया जा रहा था। उप कृषि निदेशक पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को मौके पर भेजा।
ट्रक चालक अनूप सिंह गुर्जर और उसके सहयोगी संतोष ने बताया कि उन्होंने यह खाद मुरादनगर, गाजियाबाद से किरावली लाने के लिए भाड़े पर लिया था। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि चालक ने बिल प्रस्तुत किया, जो संदिग्ध था और जिसमें अन्य वस्तुओं का विवरण दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि जब ट्रक में लदे 490 बोरे डीएपी की गिनती की गई, तो प्रत्येक बोरे का वजन 50 किलोग्राम था और उन पर ‘इफको’ की मार्किंग थी। संदिग्धता के कारण दो नमूने लैब परीक्षण के लिए लिए गए हैं।
इस मामले में अनूप सिंह गुर्जर और संतोष पर उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985, उर्वरक संचालन आदेश 1973 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1985 की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा, अन्य संदिग्धों के खिलाफ भी FIR दर्ज करवाई गई है।