आगरा : मण्डलायुक्त रितु माहेश्वरी ने सोमवार को डीएपी बिक्री व्यवस्था की समीक्षा के लिए प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समितियों बरौली अहीर और बमरौली कटारा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं को सुनते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए।
बरौली अहीर समिति में निरीक्षण के दौरान किसानों ने बताया कि डीएपी का स्टॉक बेहद कम है और कई घंटों की कतार के बाद भी उन्हें मुश्किल से डीएपी मिल पा रही है। साथ ही, कुछ किसानों को नैनो डीएपी तरल खरीदने के लिए भी मजबूर किया जा रहा है।
मण्डलायुक्त ने स्टॉक रजिस्टर की जांच की और पाया कि किसानों से बिना पूर्ण अभिलेख प्राप्त किए ही डीएपी की बिक्री की जा रही थी। उन्होंने इस लापरवाही के लिए समिति के सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने उपायुक्त और उपनिबंधक सहकारिता को भी स्पष्ट किया कि खेतों में बुवाई का समय है, इसलिए मुख्यालय से शीघ्र डीएपी की मांग भेजी जाए और टोकन सिस्टम के माध्यम से बिक्री की जाए।
बमरौली कटारा में निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त को बताया गया कि डीएपी का स्टॉक खत्म हो चुका है। यहां भी किसानों को जरूरत से ज्यादा बोरी वितरित की गई थी, जबकि सचिव संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इसके परिणामस्वरूप, मण्डलायुक्त ने सचिव को निलंबित करने के निर्देश दिए और सभी समितियों में उचित स्टॉक आवंटन सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में यदि डीएपी बिक्री में लापरवाही की गई, तो संबंधित अधिकारियों के निलंबन की संस्तुति शासन को भेजी जाएगी।
इस प्रकार, मण्डलायुक्त ने डीएपी बिक्री व्यवस्था को सुधारने और किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया।