कैसे हुई घटना?
मंगलवार सुबह करीब 6:30 बजे मथुरा के थाना जैंत क्षेत्र के गांव राल निवासी 60 वर्षीय सुमेर सिंह अपने घर के पास बने एक ढाबे पर चाय पी रहे थे। वहां उनका मौसेरा भाई और उनके लड़के भी मौजूद थे। तभी अचानक एक ऑल्टो कार ढाबे के पास रुकी और उसमें से तीन नकाबपोश युवक बाहर निकले। उन बदमाशों ने बिना किसी रुकावट के सुमेर सिंह को कुर्सी से उठाकर गोदी में डाल लिया और गाड़ी में बैठा लिया।
जब सुमेर सिंह के परिजनों ने इसका विरोध करने की कोशिश की, तो बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी। इसके बाद बदमाश ऑल्टो कार में सुमेर सिंह को लेकर फरार हो गए। इस घटना का पूरी तरह से ब्यौरा सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया, जो अब पुलिस के लिए महत्वपूर्ण सबूत है।
भूमाफियाओं का हाथ?
सुमेर सिंह के चचेरे भाई श्याम सिंह ने थाना जैंत में तहरीर दी है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि सुमेर सिंह के नाम पर छटीकरा राधाकुंड रोड पर करीब तीन करोड़ रुपये की कीमत की जमीन है। इस जमीन पर भूमाफियाओं की नजर थी, और इसलिए उन्होंने सुमेर सिंह का अपहरण किया। श्याम सिंह के अनुसार, यह अपहरण एक साजिश के तहत हुआ है, जिसमें भूमाफियाओं का हाथ हो सकता है।
सुमेर सिंह की शादी नहीं हुई थी, और वह अपने भाइयों के साथ रहता था। उसकी जमीन को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि अपहरणकर्ताओं ने उसे अपने कब्जे में लेने के लिए यह कृत्य किया।
पुलिस की कार्रवाई और सीसीटीवी फुटेज
घटना की सूचना मिलते ही थाना जैंत पुलिस मौके पर पहुंच गई और सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद आरोपियों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने अपहरण के सिलसिले में विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है और बदमाशों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहरणकर्ताओं की तलाश जारी है, और परिजनों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
आरोपियों की धरपकड़ में जुटी पुलिस
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया है और जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही है। अपहरण के बाद पुलिस के द्वारा की जा रही कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में भय और चिंता का माहौल है। सुमेर सिंह के परिजनों का आरोप है कि भूमाफिया और अन्य प्रभावशाली लोग इस मामले में शामिल हो सकते हैं, जो उनके संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं।
मथुरा के इस दिनदहाड़े हुए अपहरण की घटना ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों से आरोपियों की खोजबीन तेज कर दी है, वहीं दूसरी ओर यह घटना यह भी दर्शाती है कि भूमि विवाद और संपत्ति के लिए अपराधियों का हौसला किस हद तक बढ़ चुका है।
मथुरा जैसे शांतिपूर्ण इलाके में इस तरह की वारदात ने स्थानीय लोगों के बीच भय का माहौल बना दिया है। पुलिस ने जल्द ही इस मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया है, लेकिन इसके बावजूद इलाके के लोग अभी भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।