सांसद चाहर को इन चार राज्यों का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया
भा.ज.पा. ने किसानों के मुद्दों पर अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले सांसद राजकुमार चाहर को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर और लद्दाख राज्यों के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। सांसद चाहर की टीम में तीन अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल हैं, जो इन राज्यों में संगठन चुनाव को प्रभावी ढंग से आयोजित करने में मदद करेंगे।
इस टीम में शामिल अन्य केंद्रीय पर्यवेक्षक हैं:
- राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह
- मथुरा के विधायक श्रीकांत शर्मा
- हरियाणा के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनियां
इनकी जिम्मेदारी होगी कि ये चार राज्य अपनी पार्टी की चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और सक्रिय रूप से पूरा कर सकें।
अन्य राज्य के पर्यवेक्षकों की नियुक्ति
इसके अलावा भाजपा ने अन्य राज्यों के लिए भी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है:
- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लिए राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय, एससी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री गजेंद्र सिंह पटेल और राष्ट्रीय मंत्री अरविंद मेनन को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
- उत्तर प्रदेश और बिहार का केंद्रीय पर्यवेक्षक राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े, विधायक संजीव चौरसिया, पूर्व सांसद संजय भाटिया और एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को नियुक्त किया गया है।
- पश्चिम बंगाल, झारखंड, असम और हरियाणा के लिए राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, सांसद डॉ. संजय जायसवाल, आइटी विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी अमित मालवीय और भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री राजू विस्टा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
संगठन चुनाव की प्रक्रिया और आगामी लक्ष्यों पर नजर
संगठन चुनाव की प्रक्रिया के तहत सभी राज्यों में पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच संवाद और चुनाव की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पूरी टीम सक्रिय है। दिसंबर तक सभी राज्यों में संगठन चुनाव पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है, और जनवरी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी प्रस्तावित है। भाजपा ने इस बार संगठन चुनाव को लेकर पूरी टीम और संसाधनों को लगा दिया है, ताकि पार्टी की कार्यशैली को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाया जा सके।
भाजपा का संगठन चुनाव अब अपने अंतिम चरण में है, और केंद्रीय पर्यवेक्षकों के द्वारा राज्यों में चुनाव प्रक्रिया को नियंत्रित किया जाएगा। सांसद राजकुमार चाहर और उनकी टीम को मिली जिम्मेदारी को लेकर क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं में उत्साह है, और उनकी भूमिका संगठन के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।