आगरा: उप कृषि निदेशक पुरुषोत्तम कुमार मिश्रा ने जानकारी दी कि जनपद में एग्रीस्टैक (डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर एग्रीकल्चर) के तहत सरकार द्वारा पीएम-किसान योजना के लाभार्थियों सहित समस्त भूमिधर किसानों की रजिस्ट्री करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 31 दिसम्बर, 2024 तक जारी रहेगा। इस प्रक्रिया को सरल और प्रभावी बनाने के लिए सरकार ने एक मोबाइल ऐप “फार्मर रजिस्ट्री यूपी” उपलब्ध कराया है, जिसके माध्यम से किसानों की रजिस्ट्री की जाएगी।
किसानों की रजिस्ट्री के लिए विशेष अभियान
किसानों की रजिस्ट्री तैयार कराने के लिए भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल ऐप का उपयोग किया जाएगा, जिससे कृषकों की भूमि का सत्यापन, आधार सीडिंग, और ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस ऐप के माध्यम से किसानों को उनकी सहमति प्राप्त करने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाएगा।
यह रजिस्ट्री किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण लाभ लेकर आएगी, जैसे कि भूमि सत्यापन, कृषि योजनाओं का सही तरीके से लाभ और पीएम-किसान योजना का लाभ सीधे तौर पर किसानों तक पहुंचेगा। साथ ही, यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद कृषि विभाग, राजस्व विभाग और अन्य संबंधित विभागों की ओर से किसानों को अधिक सटीक और तेज सेवा मिल सकेगी।
किसान रजिस्ट्री के लिए कौन करेगा कार्य?
फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने के लिए जनपद में कार्यरत विभिन्न विभागों के कर्मचारी इस अभियान का हिस्सा होंगे। इसमें राजस्व विभाग के राजस्व लेखपाल, ग्राम सचिव, राजस्व निरीक्षक, कृषि विभाग के तकनीकी सहायक, पंचायत एवं उद्यान विभाग के क्षेत्रीय कार्मिक, खंड तकनीकी प्रबंधक (बीटीएम) और सहायक तकनीकी प्रबंधक (एटीएम) शामिल होंगे। इन सभी कर्मचारियों की टीम मिलकर इस अभियान को सफल बनाएगी और किसानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया को तेज और सटीक बनाएगी।
रजिस्ट्री के लिए तकनीकी पहल
इस अभियान के तहत, किसानों को अपने मोबाइल फोन से ऐप के माध्यम से रजिस्ट्री कराने की सुविधा मिलेगी, जोकि इस प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बना देगी। इस ऐप का उपयोग कर, किसानों को अपनी भूमि से संबंधित जानकारी, आधार डेटा, और अन्य जरूरी विवरण सीधे तौर पर सत्यापित करने की सुविधा मिलेगी।
31 दिसम्बर 2024 तक चलेगा अभियान
यह अभियान 31 दिसम्बर, 2024 तक जारी रहेगा, और इसके अंतर्गत सभी किसानों की रजिस्ट्री को पूरा किया जाएगा। इस अवधि के दौरान कृषि विभाग और संबंधित विभागों के कर्मचारी किसानों से संपर्क करेंगे और रजिस्ट्री प्रक्रिया को आसान और त्वरित बनाने के लिए उनकी मदद करेंगे।
“फार्मर रजिस्ट्री यूपी” मोबाइल ऐप के माध्यम से किसानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया को डिजिटल किया गया है, जिससे न केवल किसानों को सरलता होगी बल्कि कृषि योजनाओं का लाभ भी सही तरीके से और समय पर मिलेगा। यह कदम कृषि क्षेत्र में सुधार और किसानों की स्थिति को बेहतर बनाने में सहायक साबित होगा।