Agra News: फतेहपुर सीकरी: श्री संकट मोचन बालाजी धाम में शनिवार को आयोजित संगीतमय सुंदर कांड पाठ में श्रद्धालुओं ने भक्ति के रंग में रंगकर घंटों तक झूमते हुए भव्य आयोजन का हिस्सा बने। इस धार्मिक अवसर पर आचार्य संतोष पांडे जी ने अपने प्रवचन में बताया कि हर घर में बच्चों को हनुमान चालीसा कंठस्थ कराना चाहिए और घर में सप्ताह में कम से कम एक बार सुंदर कांड का पाठ अवश्य करना चाहिए।
आचार्य संतोष पांडे जी ने श्रोताओं को श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी की भक्ति में लीन होते हुए बताया कि लंकापति रावण की अशोक वाटिका में सीता माता ने हनुमान जी को अमरता का वरदान दिया था। सीता माता ने कहा, “अजर अमर गुननिधि सुत होऊ, करहु बहुत रघुनायक छोऊ,” जो आज भी पूरे ब्रह्मांड में प्रभावी है। आचार्य पांडे ने कहा कि इस कलयुग में हनुमान जी की शक्ति देवी-देवताओं की शक्तियों से भी ज्यादा प्रबल है और वे सर्वव्यापी, अजर और अमर हैं।
श्री हनुमान जी के निमित्त आयोजित इस आयोजन में 56 भोग अर्पित किए गए, साथ ही संगीतमय सुंदर कांड का पाठ हुआ। इस दौरान, श्रद्धालुओं ने हर चौपाई पर झूमते हुए भक्ति गीतों का आनंद लिया। चार घंटे तक चले इस पाठ में समय का पता ही नहीं चला, और श्रद्धालु हर क्षण में श्री हनुमान जी की भक्ति में समाहित हो गए।
आचार्य संतोष पांडे जी ने इस अवसर पर बताया कि माता-पिता को अपने बच्चों में सनातनी संस्कार देने चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से सुझाव दिया कि अगर रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना संभव न हो, तो कम से कम मंगलवार और शनिवार को बच्चों को इसे अवश्य पढ़ाना चाहिए। आचार्य ने यह भी बताया कि श्री हनुमान चालीसा की चौपाइयों में ईश्वर की अमोघ शक्ति विराजमान है, जो भक्तों को आशीर्वाद और सुरक्षा प्रदान करती है।
इस आयोजन में श्रोताओं की भक्ति और श्रद्धा ने वातावरण को पवित्र और दिव्य बना दिया। श्री हनुमान जी के प्रति इस प्रकार की भक्ति और आस्था से न केवल भक्तों को मानसिक शांति मिली, बल्कि उनके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आया।