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Agra news:आगरा में बीएसए कार्यालय में तैनात बाबू का गिरा विकेट,यह है पूरा मामला

Jagannath Prasad
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विभाग में डील बाबू के नाम से विख्यात हर्ष शुक्ला पर एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई, रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

आगरा। बुनियादी शिक्षा का दारोमदार संभालने वाले आगरा जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार की कालिख खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विभाग की जड़ों में दीमक की तरह फैल चुके भ्रष्टाचार में संलिप्त बाबुओं पर लगातार हो रही कार्रवाई से विभागीय कार्यप्रणाली की कलई खुल रही है।

आपको बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग आगरा में डील बाबू के नाम से विख्यात बाबू हर्ष शुक्ला को एंटी करप्शन टीम ने ₹50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। हर्ष शुक्ला द्वारा विभाग में महत्वपूर्ण माने जाने वाले स्कूलों की मान्यता के पटल का कार्यभार संभाला जा रहा था। एक स्कूल के प्रबंधक अरविंद सिंह द्वारा हर्ष शुक्ला के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया था। आज रात्रि लगभग आठ बजे हर्ष शुक्ला बीएसए कार्यालय से बाहर निकलकर रिश्वत की रकम लेने अपनी कार से आया, एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी की खबर विभाग में आग की तरह फैल गई।

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स्कूलों की मान्यता के लिए लगवाता था बोली

सूत्रों के अनुसार, पूरे आगरा जनपद के शिक्षा जगत में हर्ष शुक्ला का नाम डील बाबू के रूप में विख्यात था। विभाग में स्कूलों की मान्यता के लिए आने वाली फाइलों के लिए हर्ष शुक्ला द्वारा बोली लगवाई जाती थी। विभागीय अधिकारियों के कथित संरक्षण में उसका वर्चस्व चरम पर था, जिसका वह जमकर फायदा उठा रहा था। कथित रूप से हर्ष शुक्ला द्वारा अपनी काली कमाई से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की गई है। हर्ष शुक्ला की गिरफ्तारी विभागीय भितरघात का परिणाम बताई जा रही है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, विभाग के ही एक नुमाइंदे के इशारे पर उसकी गिरफ्तारी की पटकथा लिखी गई।

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नियम विरुद्ध बाबुओं पर लगातार मेहरबानी से बिगड़ रहे हालात

आपको बता दें कि बीएसए आगरा कार्यालय में नियम विरुद्ध अटैचमेंट पर तैनात बाबुओं का जमकर बोलबाला है। विभागीय अधिकारियों के चहेते बाबुओं को महत्वपूर्ण पटलों का जिम्मा सौंपा गया है। पहले भी एक बाबू राहुल गुप्ता को एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था, इसके बावजूद मुख्यालय पर उसे नियम विरुद्ध तरीके से महत्वपूर्ण पटल पर तैनात कर दिया गया। ऐसे में कैसे सुनिश्चित होगा कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गया बाबू दोबारा भ्रष्टाचार नहीं कर रहा होगा? अधिकारियों की अनदेखी के चलते बीएसए कार्यालय में जमकर भ्रष्टाचार का बोलबाला देखा जा रहा है, जिसकी बानगी आज हर्ष शुक्ला की गिरफ्तारी से देखने को मिली है। इससे पहले भी कई बाबू बीआरसी से भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

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