आगरा : बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) के सदस्यों का चयन एग्रीगेटर के रूप में किया गया। इस बैठक का उद्देश्य प्रदेश में स्थापित सीबीजी (कम्प्रेस्ड बायोगैस) प्लांट और बायोगैस इकाइयों के लिए आवश्यक फसल अवशेषों की आपूर्ति सुनिश्चित करना था।
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
बैठक में जानकारी दी गई कि एफपीओ को 50 लाख की परियोजना के लिए 32 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस अनुदान में से 24 लाख रुपये एफपीओ को और प्रत्येक दो सदस्यों को 4-4 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा। इस अनुदान राशि का उपयोग फसल अवशेषों को इकट्ठा करने और कृषि उपकरणों की खरीदारी के लिए किया जाएगा, जिससे किसानों को सस्ते दरों पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।
एफपीओ की जिम्मेदारियां और योजनाएं
चयनित एफपीओ को यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी कि वे सीबीजी प्लांट और अन्य बायोगैस इकाइयों के लिए फसल अवशेषों को इकट्ठा करके इन इकाइयों को उपलब्ध कराएं। इसके अतिरिक्त, अनुदान से खरीदी गई मशीनों और यंत्रों को एफपीओ किसानों को बाजार दर से 20 प्रतिशत कम किराये पर उपलब्ध कराएगा, जिससे किसानों को कृषि कार्यों में सुविधा मिलेगी।
बीएफसी प्राइवेट लिमिटेड से अनुबंध
इस प्रक्रिया को सुचारु रूप से लागू करने के लिए, एफपीओ द्वारा सीबीजी प्लांट की कंपनी बीएफसी प्राइवेट लिमिटेड से अनुबंध किया गया है। यह अनुबंध सुनिश्चित करेगा कि किसानों को आवश्यक बायोगैस उत्पादन के लिए उचित फसल अवशेष मिल सकें और सीबीजी प्लांट की आपूर्ति में कोई कमी न हो।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी श्री नागेन्द्र सिंह समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इन अधिकारियों ने इस योजना के महत्व पर प्रकाश डाला और इसके कार्यान्वयन को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।