बरेली: बरेली में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक व्यक्ति, जिसकी पत्नी ने उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, वास्तव में खुद ही इस अपहरण की साजिश का मास्टरमाइंड निकला. बरेली पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए न केवल ‘अपहृत’ अनूप कटियार को गिरफ्तार किया है, बल्कि उसके साथ इस साजिश में शामिल सात अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस ने अनूप के चचेरे भाई हरीश कटियार को बदमाशों के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया है. हरीश कटियार ने पुलिस का आभार व्यक्त किया है.
थाना बारादरी क्षेत्र के रहने वाले सेवानिवृत्त लेखपाल के बेटे अनूप कटियार की पत्नी ने थाने में अपने पति के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. पत्नी ने पुलिस को बताया था कि उनके पति हरदोई से अपने एक दोस्त से मिलने बांदा जा रहे थे, तभी उनके पति के नंबर से उनके पास पाँच लाख रुपये की फिरौती का फोन आया. जिसके बाद उन्होंने पुलिस में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया.
वहीं, बांदा के रहने वाले हरीश कटियार के परिजनों ने भी अपने स्थानीय थाने में हरीश कटियार के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. इस रिपोर्ट में उन्होंने अनूप कटियार को नामजद किया था, यानी सीधे तौर पर अनूप पर हरीश के अपहरण का आरोप लगाया था. इस प्रकार, एक ही समय में दो अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुईं, जिनमें से एक में अनूप पीड़ित था और दूसरे में आरोपी.
पुलिस की जाँच और खुलासा
पुलिस ने दोनों मामलों को गंभीरता से लेते हुए सभी के फोन नंबर सर्विलांस पर लगा दिए थे. सर्विलांस से मिली लोकेशन के आधार पर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को पकड़ा. उनसे पूछताछ करने के बाद पुलिस ने चार और लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को शुरू से ही अनूप कटियार की भूमिका संदिग्ध लग रही थी. जांच में पता चला कि अनूप ने ही एक गिरोह बनाकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया था.
अनूप ने अपने चचेरे भाई हरीश कटियार का अपहरण कराया था और फिर अपनी पत्नी से अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़वाई, ताकि फिरौती की रकम वसूली जा सके. हालांकि, बरेली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश कर दिया.
बदमाशों के चंगुल से मुक्त कराए गए हरीश कटियार ने बरेली पुलिस की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि पुलिस की वजह से ही वे सुरक्षित बच पाए. इस मामले में कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मास्टरमाइंड अनूप कटियार भी शामिल है.