16 जनवरी की रात बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर उनके घर में हमला हुआ था, जिससे हड़कंप मच गया था। इस हमले के बाद, पुलिस ने आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार कर लिया है, और अब मामले की जांच गहरे स्तर पर चल रही है। नए खुलासे में यह पता चला है कि शरीफुल इस्लाम बांग्लादेश का नागरिक है, और उसका ड्राइविंग लाइसेंस इस बात की पुष्टि करता है।
शरीफुल इस्लाम का बांग्लादेश से संबंध
सैफ अली खान पर हमले के बाद पुलिस को पहले से यह संदेह था कि आरोपी बांग्लादेश का हो सकता है। अब उसकी गिरफ्तारी और जांच में उसका ड्राइविंग लाइसेंस मिला है, जिससे यह बात साबित हो गई है। 21 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के बरीसाल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने शरीफुल इस्लाम को दोपहिया वाहन का लर्निंग लाइसेंस जारी किया था। यह लाइसेंस 21 फरवरी 2020 तक वैध था। इस लाइसेंस पर उसका नाम बांग्ला और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा गया है।
पुलिस ने बनाई विशेष टीम
शरीफुल इस्लाम का ड्राइविंग लाइसेंस मिलने के बाद पुलिस ने अपनी जांच को और तेज़ कर दिया है। मुंबई पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई है, जो यह पता लगाएगी कि शरीफुल इस्लाम भारत में किस प्रकार आया और उसने महाराष्ट्र, खासतौर पर मुंबई में किसके माध्यम से काम किया। इसके साथ ही पुलिस यह भी जांचेगी कि उसने भारत में अपने दस्तावेज तैयार करने के लिए किसकी मदद ली।
सैफ अली खान पर हुआ हमला
गौरतलब है कि 16 जनवरी को सैफ अली खान पर उनके घर में हमला किया गया था। हमलावर ने सैफ पर चाकू से छह वार किए थे, जिससे अभिनेता को गंभीर चोटें आईं। इस हमले के बाद, सैफ को तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई। पांच दिन अस्पताल में रहने के बाद 21 जनवरी को सैफ अली खान को डिस्चार्ज कर दिया गया।
मुंबई पुलिस की कार्रवाई
सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान के लिए कई टीमें गठित की थीं। मुंबई पुलिस ने 20 टीमों के साथ-साथ क्राइम ब्रांच की 15 टीमों का गठन किया था, जो आरोपी को पकड़ने और मामले की गहराई से जांच करने में जुटी थीं। अंततः आरोपी को गिरफ्तार किया गया और अब पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए लगातार जांच कर रही है।
जांच का अगला कदम
अब, पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी ने किसके जरिए भारत में प्रवेश किया और क्या उसकी पिछली कोई आपराधिक गतिविधियां रही हैं। साथ ही, जांच टीम यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि आरोपी का भारत में कोई नेटवर्क था या नहीं और किस तरह उसने अपने दस्तावेज तैयार किए थे।