मंडला, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के मंडला जिले में एक दिलचस्प और विवादास्पद मामला सामने आया है, जिसमें एक ट्रेनी IAS अफसर और एसडीएम आकिप खान पर मारपीट करने का आरोप लगा है। यह घटना उस समय हुई जब एसडीएम को एक गांव में अवैध मिट्टी उत्खनन को रोकने की कोशिश करते हुए गांव के लोगों का गुस्सा सामना करना पड़ा। इसके बाद एसडीएम को अपनी सरकारी गाड़ी में कैद होना पड़ा और अंततः पुलिस की मौजूदगी में उन्हें ग्रामीणों से माफी मांगनी पड़ी।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एसडीएम आकिप खान ग्रामीणों से कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, “पता चला है कि गौशाला के निर्माण के लिए मिट्टी लाई जा रही थी। यदि ऐसा था तो आपको पहले अनुमति ले लेनी चाहिए थी। अनुमति ले लेते तो कहीं कोई दिक्कत नहीं थी और हमारे बीच जो मिसअंडरस्टैंडिंग (गलतफ़हमी) हुई है, उसके लिए मैं आप सभी से क्षमा चाहता हूं।”
क्या हुआ था घटना के दौरान?
जानकारी के मुताबिक, एसडीएम आकिप खान एक औचक दौरे पर थे और जब उन्होंने गांव में अवैध उत्खनन होते हुए देखा, तो उन्होंने उसे रोकने का प्रयास किया। इस दौरान जेसीबी ड्राइवर भागने लगा और आखिरकार एक घर के अंदर जाकर छिप गया। ड्राइवर के साथ हुई बहस के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने एसडीएम की सरकारी गाड़ी को घेर लिया, जिसके बाद मामला बढ़ गया और एसडीएम को माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा।
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा था। वीडियो में एसडीएम आकिप खान ने यह भी कहा कि अगर उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।
विधायक ने लगाया मारपीट का आरोप
घटना को लेकर कांग्रेस पार्टी के क्षेत्रीय विधायक नारायण सिंह पट्टा ने भी एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक का कहना है कि गांव में एक लड़का गौशाला के लिए मिट्टी निकाल रहा था और जब उसने एसडीएम को देखा, तो वह भागने लगा। इस दौरान एसडीएम ने उसका पीछा किया और उसके घर पहुंच गए। वहां, एसडीएम और ड्राइवर के बीच हाथापाई हुई। विधायक के अनुसार, इस दौरान एसडीएम ने उनकी वृद्ध मां और भाभी के साथ भी धक्का-मुक्की की।
विधायक ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि अगर कहीं कोई गलती थी तो एसडीएम को इसे सही तरीके से निपटाना चाहिए था। उन्होंने एसडीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
अपर कलेक्टर ने दी सफाई
अपर कलेक्टर अरविंद सिंह ने इस घटना को लेकर सफाई दी और कहा कि एसडीएम आकिप खान एक औचक दौरे पर थे। उन्होंने जब अवैध उत्खनन को देखा, तो उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन जेसीबी का ड्राइवर वाहन लेकर भागने लगा। बाद में, ड्राइवर ने एक घर के अंदर जाकर छिपने का प्रयास किया, जिसके बाद कुछ विवाद हुआ और ग्रामीणों ने एसडीएम की गाड़ी को घेर लिया।
अपर कलेक्टर ने बताया कि एसडीएम को सुरक्षित जिला मुख्यालय लाया गया है और मामले की जांच की जा रही है। बिछिया SDOP अर्चना अहीर भी इस मामले में सभी पक्षों से पूछताछ कर जांच की प्रक्रिया शुरू करने की बात कह रही हैं।
समाज में चर्चा का विषय बना मामला
यह घटना अब जिले में चर्चा का विषय बन गई है। जहां एक ओर एसडीएम आकिप खान ने ग्रामीणों से माफी मांगी, वहीं दूसरी ओर विधायक और गांव के लोग इसे एसडीएम की बदतमीजी मान रहे हैं। इस विवाद के बाद क्षेत्रीय राजनीति में भी हलचल मच गई है और देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले पर क्या कार्रवाई करता है।