बेंगलुरु: कन्नड़ और तमिल फिल्म इंडस्ट्री की प्रसिद्ध अभिनेत्री और कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के महानिदेशक रामचंद्र राव की सौतेली बेटी रन्या राव को बेंगलुरु में दुबई से सोना तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर की गई, जहां उन्हें 12.56 करोड़ रुपये मूल्य का 14.8 किलोग्राम विदेशी सोना के साथ पकड़ा गया। इस मामले ने फिल्म इंडस्ट्री से लेकर कर्नाटका की राजनीति तक में हलचल मचा दी है।
रन्या राव की गिरफ्तारी की पूरी कहानी
रन्या राव को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर तस्करी किए गए सोने के साथ पकड़ने के बाद, जांच एजेंसियां इस मामले की गहनता से पड़ताल कर रही हैं। अधिकारियों के अनुसार, रन्या लंबे समय से दुबई से सोना भारत लाने के धंधे में शामिल थीं। वह सोने को अपने शरीर पर चिपका कर और कपड़ों में छिपाकर भारत में लाती थीं। इस तस्करी के माध्यम से वह एक किलो सोने पर लगभग एक लाख रुपये कमाती थीं, और एक यात्रा के दौरान वह 12-13 लाख रुपये तक कमा लेती थीं।
इस मामले में हैरान पिता रामचंद्र राव
रन्या राव के पिता रामचंद्र राव, जो कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के महानिदेशक हैं, ने इस घटना पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि वह इस घटना से हैरान और चौंकित हैं, और उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। रामचंद्र राव ने यह भी बताया कि रन्या उनके साथ नहीं रहतीं और अपने पति के साथ अलग रहती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि “किसी भी अन्य पिता की तरह, मैं भी इस घटना से सदमे में हूं और मुझे किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं थी।”
रामचंद्र राव ने आगे कहा, “वह (रन्या) हमारे साथ नहीं रह रही है, वह अपने पति के साथ अलग रह रही है। कुछ पारिवारिक मुद्दों के कारण उनके बीच कोई समस्या हो सकती है। लेकिन कानून अपना काम करेगा और मुझे विश्वास है कि मेरी छवि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।”
रन्या राव की तस्करी की धंधा
सूत्रों के अनुसार, रन्या राव ने पिछले साल में लगभग 30 बार दुबई की यात्रा की और हर बार सोना भारत लाया। उनकी यात्रा के दौरान वह हेरफेर किए हुए जैकेट और कमरबंद का इस्तेमाल करती थीं, जिससे वह सुरक्षा जांच से बच जाती थीं।
मामला संदिग्ध नहीं था क्योंकि वह लगातार दुबई जा रही थीं और उन्हें डीआरआई (डीरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की नजर में रखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि बार-बार दुबई जाने वाले यात्रियों की सख्ती से जांच की जाती है, और रन्या राव को भी इसी प्रक्रिया के तहत हिरासत में लिया गया।
कानूनी कार्रवाई और जांच जारी
डीआरआई की जांच में यह सामने आया है कि रन्या ने तस्करी किए गए सोने पर 1 किलो के लिए 1 लाख रुपये की कमाई की थी। उन्होंने अपनी नियमित यात्राओं के दौरान भारत में इस तस्करी का धंधा जारी रखा। अधिकारियों ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है और जांच जारी रहेगी।
हालांकि, रामचंद्र राव ने कहा कि वह अपनी छवि को लेकर चिंतित नहीं हैं क्योंकि यह मामला उनके परिवार से संबंधित है, न कि उनके करियर से। उन्होंने इस मामले में ज्यादा टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि वह पूरी तरह से कानून की प्रक्रिया में विश्वास रखते हैं।
रन्या राव की गिरफ्तारी ने न केवल फिल्म इंडस्ट्री को चौंकाया, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारतीय हवाई अड्डों पर तस्करी की घटनाएं किस हद तक बढ़ चुकी हैं। इस घटना के बाद, सरकारी एजेंसियों ने तस्करी के मामलों पर ध्यान देने के लिए और सख्त कदम उठाने की योजना बनाई है। आगामी दिनों में इस मामले की जांच में और भी कई पहलुओं का खुलासा हो सकता है।