संभल, उत्तर प्रदेश: इस बार रमजान का दूसरा जुमा और होली एक ही दिन, 14 फरवरी 2025 को पड़ रहे हैं, जो कि एक दुर्लभ स्थिति है। इसको लेकर संभल के सीओ अनुज चौधरी का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने उपद्रवियों को चेतावनी देते हुए मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि अगर उन्हें होली के रंगों से कोई परेशानी हो, तो वे घर से बाहर न निकलें।
सीओ अनुज चौधरी ने कहा, “जुमा साल में 52 बार आता है, जबकि होली साल में एक बार ही होती है। अगर मुस्लिम समुदाय के लोग महसूस करते हैं कि होली के रंग उनके धर्म को प्रभावित करेंगे, तो उन्हें घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है। हम किसी भी उपद्रवी को नहीं बख्शेंगे और होली के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील
उन्होंने यह भी कहा, “अगर आप होली के दिन घर से बाहर निकल रहे हैं, तो आपका दिल इतना बड़ा होना चाहिए कि आप सभी को एक जैसा समझें। रंग तो रंग होता है। जैसे मुस्लिम समुदाय पूरी ईद का इंतजार करता है, वैसे ही हिंदू समुदाय भी होली का बेसब्री से इंतजार करता है। होली के दिन रंग डालकर मिठाई खाई जाती है, और ईद के दौरान लोग सेवइयां बनाते हैं और एक-दूसरे के घर जाते हैं। इसलिए, आपसी सम्मान का पालन करें।”
सीओ अनुज चौधरी की कार्यशैली पर प्रतिक्रिया
संभल के सीओ अनुज चौधरी अपने बयानों और कार्यशैली को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं। पिछले साल संभल में हुई हिंसा के दौरान भी उनका एक अलग अंदाज देखने को मिला था, जब उन्होंने शांति बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए थे। हालांकि, उस समय उनकी कार्यशैली पर कुछ सवाल भी उठाए गए थे। इस बार भी उनके बयान ने एक अलग माहौल बना दिया है और यह सवाल खड़ा किया है कि क्या यह बयान शांति बनाए रखने में मदद करेगा या फिर और अधिक तनाव उत्पन्न कर सकता है।
रमजान का माहौल और होली की तैयारी
रमजान का पवित्र महीना 2 मार्च 2025 से शुरू हो चुका है और इसमें चार जुमा होंगे। इस महीने के दौरान मुस्लिम समुदाय विशेष नमाज अदा करता है और अल्लाह की इबादत में समय बिताता है। 7 मार्च 2025 को रमजान का पहला जुमा होगा, जबकि दूसरा जुमा 14 मार्च 2025, तीसरा जुमा 21 मार्च 2025 और चौथा जुमा 28 मार्च 2025 को होगा। इन दिनों के दौरान मुस्लिम समुदाय खासतौर पर अपने धार्मिक कार्यों में व्यस्त रहेगा।
शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन की तैयारियां
संभल प्रशासन ने होली और जुमा के दिन की स्थिति को देखते हुए शांति बनाए रखने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। पुलिस और प्रशासन की टीम सक्रिय रूप से गश्त करेगी, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो और दोनों समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे।