मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक पुलिस चौकी में आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। 17 मार्च को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉक्टर विपिन ताड़ा ने लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी में स्थित नवनिर्मित पुलिस चौकी का उद्घाटन किया था, लेकिन उसी दिन शाम को चौकी प्रभारी शैलेंद्र प्रताप ने बिना किसी अनुमति के पुलिस चौकी में रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन कर दिया।
इस पार्टी में लोहिया नगर थाना इंस्पेक्टर विष्णु कुमार सहित चौकी स्टाफ और स्थानीय क्षेत्र के कई लोग शामिल हुए थे। हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि पुलिस चौकी में इस प्रकार के धार्मिक आयोजन की कोई आवश्यकता नहीं थी और इस आयोजन में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की भी उपस्थिति थी। इन संगठनों का आरोप था कि पुलिस कर्मियों ने इफ्तार पार्टी में आए हुए लोगों की मेहमान नवाजी करते हुए उनके लिए कुर्सियां लगाईं और इत्मीनान से उन्हें भोजन परोसा।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। उनका कहना था कि पुलिस चौकी एक सार्वजनिक स्थान है, और वहां धार्मिक आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। संगठन ने इस मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का इरादा जताते हुए चौकी प्रभारी शैलेंद्र प्रताप और थाना इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मामला बढ़ने पर एसएसपी विपिन ताड़ा ने मामले का संज्ञान लिया और चौकी प्रभारी शैलेंद्र प्रताप को सस्पेंड कर दिया। हालांकि, इस आयोजन में शामिल थाना इंस्पेक्टर विष्णु कुमार के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
पुलिस चौकी में धार्मिक आयोजनों पर सवाल
हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि पुलिस चौकी एक सार्वजनिक स्थान है, जहां धार्मिक आयोजन नहीं होना चाहिए। ऐसे आयोजनों से लोगों में असंतोष और आक्रोश पैदा हो सकता है। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर जमकर बहस हो रही है, और लोगों ने इस तरह के आयोजनों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
एसएसपी का निर्णय और आगे की कार्रवाई
एसएसपी डॉक्टर विपिन ताड़ा ने चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच की जा रही है। हालांकि, हिंदूवादी संगठनों द्वारा की गई आलोचना और पार्टी में शामिल लोगों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे मामला और बढ़ सकता है।