बिछवा, मैनपुरी: सीआरपीएफ के जवान विजय सिंह पाल की आंध्र प्रदेश में दुखद मौत हो गई। बिछवा थाना क्षेत्र के गांव करीमगंज निवासी विजय सिंह पाल, जो सीआरपीएफ में चालक सैनिक के पद पर तैनात थे, बीमारी के चलते आंध्र प्रदेश के हैदराबाद स्थित ओमेगा हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 26 मार्च को निधन हो गया। विजय सिंह पाल 31 दिसंबर 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले थे, लेकिन उनकी अचानक हुई इस मृत्यु ने परिवार और समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया।
आधिकारिक सम्मान के साथ अंतिम यात्रा
विजय सिंह पाल का शव विभागीय कार्रवाई के बाद गुरुवार को देर शाम उनके पैतृक गांव करीमगंज लाया गया। शुक्रवार की सुबह, मथुरा बटालियन 16 सीआरपीएफ के जवानों के साथ गांव पहुंचे सहायक कमांडेंट लोकेश चौधरी, इंस्पेक्टर अजय चंद्रा और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कैलाश सिंह ने गार्ड सलामी दी और उन्हें अंतिम विदाई दी। साथ ही थाना पुलिस कर्मचारियों ने भी इस मौके पर उपस्थित होकर सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
तिरंगे में लिपटा शव और परिजनों की नम आंखें
सैनिक को उनके अंतिम सफर पर तिरंगे में लपेट कर भेजा गया और उनके परिवार के सदस्यों को नम आंखों से तिरंगा भेंट किया गया। विजय सिंह पाल के परिवार में पत्नी सरोजनी, दो बेटे प्रदीप पाल और ओम पाल, और एक बेटी दीप्ति हैं। परिवार के लोग इस अपूरणीय क्षति से टूट चुके हैं और उनकी आँखों में केवल आंसू ही हैं। इस दुखद घटना के कारण परिवार के सदस्य शोक में डूबे हुए हैं और उनका दिल दुख से बेहाल है।
परिजनों ने रीति रिवाज से किया अंतिम संस्कार
इसके बाद, विजय सिंह पाल के परिजनों ने रीति रिवाज से शव का अंतिम संस्कार किया। गांववासियों और उनके प्रियजनों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और मृतक की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
परिवार और समुदाय का शोक
विजय सिंह पाल की मौत न केवल उनके परिवार के लिए एक गहरा धक्का है, बल्कि समस्त गांव और समुदाय के लिए भी यह एक अपूरणीय क्षति है। वह एक बहादुर और समर्पित सैनिक थे जिन्होंने देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा और उनकी यादें परिवार और गांववासियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगी।