घिरोर: रविवार को कस्बे के जैन गली स्थित संत निवास में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शिवाजी शाखा द्वारा आद्य सरसंचालक प्रणाम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में संघ के संस्थापक डॉ. केशव राव बलिराम हेडगेवार के बारे में जानकारी दी गई और उनके योगदान को याद किया गया।
यह कार्यक्रम चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को डॉ. हेडगेवार जी के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाता है, जिसे संघ के स्वयंसेवक आद्य सरसंघचालक प्रणाम के रूप में मनाते हैं।
कार्यक्रम में नगर संघचालक अनूप जैन ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार जी एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने समाज के बिखरे हुए हिस्सों को एकजुट करने की जो जिम्मेदारी उठाई, वह आज संघ के रूप में सफलतापूर्वक एक मजबूत संगठन बन चुकी है। उन्होंने बताया कि डॉ. हेडगेवार जी की सोच और मार्गदर्शन के कारण आज संघ का परिवार बहुत बड़ा बन चुका है, और शाखाओं में शामिल होने वाले स्वयंसेवक राष्ट्रभक्ति, सदाचार और आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
अनूप जैन ने यह भी बताया कि डॉ. हेडगेवार जी ने 1925 में नागपुर में संघ की शाखा की स्थापना की और आज संघ अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। डॉ. हेडगेवार जी ने कभी भी स्वयं को प्रमुख नहीं माना, बल्कि उन्होंने ध्वज को गुरु मानते हुए स्वयं को संघ के एक साधारण स्वयंसेवक के रूप में देखा। उनकी सोच थी कि संघ से जुड़ने वाला हर व्यक्ति छोटा या बड़ा नहीं, केवल स्वयंसेवक होता है।
कार्यक्रम के दौरान अशोक चौहान फौजी, भुवनेंद्र जैन, सिंकू शर्मा, सुशील वर्मा, यतेंद्र जैन, सत्यवीर शर्मा, रामू चौहान, मोहन चौहान, अभिषेक जैन सहित अन्य स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे और सभी ने इस अवसर पर डॉ. हेडगेवार जी को श्रद्धा पूर्वक प्रणाम किया।