वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर के लिए कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है। वहीं, अगर इन नियमों का उल्लंघन किया जाए तो परिवार में कलेश और परेशानियां पैदा हो सकती हैं।
Mandir Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों और नियमों का पालन करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। सभी को सुखी और शांत जीवन के लिए इन नियमों का पालन करना चाहिए। यदि आप वास्तु शास्त्र के नियम का पालन करते हैं, तो जीवन में कई तरह की परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा घर परिवार से नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर किया जा सकता है। कई बार इन नियमों का पालन न करने पर इसका असर व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। यहीं नहीं परिवार में भी कलेश की स्थिति बनी रहती है। खासतौर पर मंदिर से जुड़े सभी नियमों का पालन करना चाहिए।
दरअसल, हम सभी घर में भगवान और अपने आराध्य देवी-देवता का एक ऐसा मंदिर बनाते हैं, जहां पर उनकी पूजा अर्चना कर सके। लेकिन कई बार मंदिर में रखी कुछ चीजें घर के लिए हानिकारक साबित होती हैं और परिवार से सुख-समृद्धि चली जाती है। इसी कड़ी में आइए जानते हैं कि वास्तु नियमों के अनुसार मंदिर में कौन सी चीजों को नहीं रखना चाहिए।
मंदिर में न रखें ये 5 चीजें:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मंदिर में निम्नलिखित चीजें नहीं रखनी चाहिए:
पितरों की तस्वीर:
घर के मंदिर के पास पितरों या पूर्वजों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे भगवान का अपमान होता है।
फटी पुरानी धार्मिक फोटो और पुस्तकें:
मंदिर में या उसके आसपास भी किसी भगवान की फटी पुरानी धार्मिक फोटो व पुस्तकें नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से परिवार में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
मुरझाए हुए फूल:
वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में भूलकर भी मुरझाए हुए फूलों को नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से उदासीनता आती है।
एक से ज्यादा शंख:
वास्तु के अनुसार, मंदिर में एक से ज्यादा शंख को नहीं रखना चाहिए। आमतौर पर लोग अपने मंदिर में कई शंख रखते हैं। हालांकि, ऐसा करना सही नहीं है।
खंडित मूर्ति:
वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में भूलकर भी भगवान के रौद्र रूप की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे घर में तंगी बनी रहती है। इसके अलावा खंडित मूर्ति को भी मंदिर से हटा देना चाहिए।
पूजन सामग्री का निस्तारण करें:
वास्तु के अनुसार, घर के मंदिर में पूजा-पाठ के दौरान अर्पित की गई पूजन सामग्री जैसे फूल, मिठाई, अगरबत्ती आदि सब को बाद में हटा देना चाहिए। साथ ही रोजाना मंदिर की साफ-सफाई करनी चाहिए।