Astrology: शनि पर्वत निभाता है अहम भूमिका

Astrology: शनि पर्वत निभाता है अहम भूमिका

2 Min Read

हस्तारेखा से हर मनुष्य के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। इसमें देखा गया है कि यदि शनि पर्वत पर त्रिकोण जैसी आकृति हो तो मनुष्य गुप्तविधाओं में रुचि, विज्ञान, अनुसंधान, ज्योतिष, तंत्र-मंत्र सम्मोहन आदि में गहन रुचि रखता है और इस विषय का ज्ञाता होता है।

शनि पर्वत पर मंदिर का चिन्ह हो

इस पर्वत पर मंदिर का चिन्ह भी हो तो मनुष्य प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद तक पहुंचता है। यह चिन्ह राजयोग कारक माना जाता है। यह चिन्ह जिस किसी की हथेलियों के पर्वत पर उत्पन्न होते हैं, वह किसी भी उम्र में ही मनुष्य को लाखों-करोड़ों का स्‍वामी बना देते हैं। यदि इस पर्वत पर त्रिशूल जैसी आकृतियां हो तो वह मनुष्य एका-एक सन्यासी बन जाता है। यह वैराग्य सूचक चिन्ह है।

शनि पर्वत अत्यधिक विकसित हो

वहीं अगर शनि पर्वत अत्यधिक विकसित होता है तो मनुष्‍य आत्‍महत्‍या तक कर लेता है। अगर यह पर्वत बहुत विकसित पाया जाता है और साधारणत: पीलापन लिए होता है तो हालात बेहद विपरीत होते हैं।

हथेली और चमडी भी पीली हो

इस प्रकार के लोगों की हथेली और चमडी भी पीली होती है और स्‍वभाव में चिडचिड़ापन झलकता है। ऐस में मनुष्य अपराधी भी बन सकता है। यह पर्वत अनुकूल स्थिति में सुरक्षा, संपत्ति, प्रभाव, बल पद-प्रतिष्ठा और व्यवसाय प्रदान करता है, परंतु विपरीत गति होने पर इन समस्त सुख साधन नष्ट करके घोर कष्टदायक रूप धारण कर लेता है।

Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment

Leave a ReplyCancel reply

error: AGRABHARAT.COM Copywrite Content.
Exit mobile version