नई दिल्ली: शेयर बाजार नियामक SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने बॉलीवुड अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया गोरेटी और उनके भाई इकबाल वारसी को 1 साल के लिए शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। यह कार्रवाई साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (Sadhna Broadcast Ltd-SBL) के शेयरों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में की गई है। अरशद वारसी के अलावा, 58 अन्य लोगों को भी SEBI ने इस मामले में बाजार से बैन किया है।
धोखाधड़ी और ‘पंप एंड डंप’ का खेल
SEBI का कहना है कि ये लोग बाजार में धोखाधड़ी जैसी गतिविधियों में शामिल पाए गए। इन पर कंपनी के शेयर भाव को मनमानी तरीके से बढ़ाकर उन्हें ऊंचे दाम पर बेचने यानी ‘पंप एंड डंप’ योजना का आरोप है। इस धोखाधड़ी में यूट्यूब वीडियो का सहारा लिया गया, जहां प्रमोटरों द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेचने से पहले SBL के शेयर की कीमत को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए भ्रामक जानकारी फैलाई गई। SEBI की जांच 8 मार्च 2022 से 30 नवंबर 2022 तक चली, जिसमें इस धोखाधड़ी गतिविधि की पूरी डिटेल सामने आई।
करोड़ों की अवैध कमाई और भारी जुर्माना
सेबी ने 1 साल के प्रतिबंध के अलावा, कुछ लोगों पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है और कुल मिलाकर 1.05 करोड़ रुपये की अवैध कमाई जब्त करने का भी आदेश दिया है। गौरव गुप्ता सबसे बड़े लाभार्थी के रूप में उभरे, जिन्होंने कथित तौर पर पंप एंड डंप के जरिए 18.33 करोड़ रुपये कमाए। वहीं, साधना बायो ऑयल्स प्राइवेट लिमिटेड ने भी 9.41 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। SEBI ने इन अवैध लाभों को वापस करने का आदेश दिया है।
जुर्माने की बात करें तो, मनीष मिश्रा पर सबसे ज्यादा 5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा, गौरव गुप्ता समेत कई अन्य लोगों पर 2-2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जबकि जतिन मनुभाई शाह पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना कमाए गए मुनाफे को वापस करने के अलावा लगाया गया है।
YouTube चैनल और व्हाट्सएप चैट से हुआ खुलासा
SEBI ने अपनी जांच में पांच यूट्यूब चैनलों की पहचान की है – द एडवाइजर, मिडकैप कॉल्स, प्रॉफिट यात्रा, मनीवाइज और इंडिया बुलिश – जो गलत सूचना फैलाने में भागीदार थे। इन चैनलों ने SBL के धोखाधड़ी वाले प्रचार में भूमिका निभाई, जिससे इसमें शामिल लोगों की संलिप्तता और भी बढ़ गई।
सबसे चौंकाने वाले खुलासों में से एक मनीष मिश्रा और अरशद वारसी के बीच हुई व्हाट्सएप चैट है। इस चैट से पता चला कि वारसी, उनकी पत्नी और उनके भाई को 25-25 लाख रुपये ट्रांसफर करने की मंशा थी।