भारत में 10 मिनट में खाना: स्विगी, जोमेटो और ज़ेप्टो के साथ खाद्य वितरण में क्रांति

"Revolutionizing Food Delivery: How Swiggy, Zomato, and Zepto Are Serving Meals in Just 10 Minutes

Dharmender Singh Malik
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भारत में 10 मिनट में खाना: स्विगी, जोमेटो और ज़ेप्टो के साथ खाद्य वितरण में क्रांति

भारत में स्विगी, जोमेटो और ज़ेप्टो जैसी कंपनियाँ 10 मिनट में खाना और अन्य सामान डिलीवर कर रही हैं, जिससे खाद्य वितरण क्षेत्र में एक नई क्रांति आ गई है। जानें इन कंपनियों की सफलता के पीछे की कहानी और इस तेजी से बदलते बाजार के बारे में।

भारत में खाद्य वितरण क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ अब कंपनियाँ ग्राहकों तक 10 मिनट के भीतर खाना और अन्य सामान पहुंचाने का वादा कर रही हैं। कंपनियाँ जैसे जोमेटो, स्विगी, और ज़ेप्टो ने हाल ही में 10 मिनट में खाद्य वितरण की योजना की घोषणा की है। यह क्षेत्र अब एक नई दिशा में आगे बढ़ रहा है और उपभोक्ताओं के लिए पहले से कहीं अधिक सुविधाजनक हो गया है।

10 मिनट में खाना, दुनिया भर में तेज़ी से पहुंच

भारत में खाद्य वितरण ऐप्स का चलन बढ़ चुका है, जो ग्राहकों के दरवाजे तक बिरयानी से लेकर गर्म पेय पदार्थ तक महज़ 10 मिनट में पहुंचाने का दावा करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कंपनियाँ जैसे जोमेटो की Blinkit और स्विगी के Bolt ऐप्स इस क्रांति का हिस्सा बन चुकी हैं। इन कंपनियों के पास अपने इन-हाउस किचन हैं, जहाँ ताजगी और गुणवत्ता को बनाए रखते हुए अत्यंत तेज़ गति से खाना तैयार किया जाता है।

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स्विगी, जो की प्रसिद्ध रेस्टोरेंट ब्रांड्स जैसे मैकडॉनल्ड्स और स्टारबक्स से साझेदारी कर रही है, ने भी इस सेगमेंट में कदम रखा है। वहीं, जोमेटो के Blinkit और ज़ेप्टो कैफे जैसी कंपनियाँ अपनी इन-हाउस किचन मॉडल पर निर्भर हैं।

उपभोक्ताओं का बदलता व्यवहार

“फास्ट कमर्स” यानी अत्यधिक तेज़ वितरण ने उपभोक्ताओं के व्यवहार को बदल दिया है। अब उपभोक्ता अधिक आवेगी खरीददार बन चुके हैं, जो तत्काल संतुष्टि चाहते हैं। इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए कंपनियाँ अपनी सेवाओं को अधिक आकर्षक और उपभोक्ता केंद्रित बना रही हैं।

एलारा सिक्योरिटीज इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष करन तौरणी के अनुसार, “फास्ट कमर्स ने उपभोक्ताओं को जल्दी निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया है, जो इन्हें तुरंत संतुष्टि प्रदान करने में मदद करता है।”

स्टॉक मार्केट में छाए जोमेटो और स्विगी

भारत में जोमेटो और स्विगी की तेज़ी से बढ़ती सफलता ने इन्हें स्टॉक मार्केट में भी सितारे बना दिया है। स्विगी के शेयर पिछले महीने लिस्टिंग के बाद से 53% बढ़ चुके हैं, जबकि जोमेटो के शेयर इस वर्ष में 133% तक बढ़ गए हैं।

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बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा

भारत में ऑनलाइन खाद्य वितरण बाजार मार्च 2029 तक 15 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। ज़ेप्टो, जो 2022 में 10 मिनट के भीतर खाद्य वितरण की शुरुआत करने वाली पहली कंपनी थी, अब हर महीने 100 नए कैफे जोड़ रही है और रोज़ाना 30,000 ऑर्डर प्राप्त कर रही है।

अब इस क्षेत्र में जोमेटो का Bistro, स्विगी का Bolt, और Ola का Dash जैसे प्रतियोगी भी शामिल हो गए हैं। स्विगी के Bolt ऐप ने लॉन्च के दो महीने में स्विगी के कुल ऑर्डर का 5% हिस्सा प्राप्त किया है। कंपनी का कहना है कि यह आंकड़ा निकट भविष्य में 10% तक पहुंच सकता है।

गुणवत्ता की चिंता और समाधान

तेज़ी से खाने के वितरण के साथ-साथ कुछ उपभोक्ता गुणवत्ता के बारे में चिंतित हैं। लेकिन कंपनियाँ यह सुनिश्चित कर रही हैं कि गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जोमेटो ने कहा, “Bistro में हम प्रोसेस्ड फूड का इस्तेमाल नहीं करते। हम ताजे और उच्च गुणवत्ता वाले सामग्री का उपयोग करते हैं, जो हमारे केंद्रीय किचन में तैयार होती है।”

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ज़ेप्टो कैफे के संस्थापक आदित्य पालिचा का कहना है, “हमारे कर्मचारी उच्च मानकों के प्रशिक्षण से गुजरते हैं, और हम नियमित रूप से गुणवत्ता की जांच करते हैं।”

भविष्य की दिशा

भारत के व्यस्त और असमान सड़कों पर तेज़ डिलीवरी बनाए रखना एक चुनौती हो सकती है, लेकिन कंपनियाँ इस चुनौती को स्वीकार करते हुए अपनी सेवाओं को और बढ़ा रही हैं। स्विगी ने 400 से अधिक शहरों में अपने Bolt ऐप को फैला दिया है और कंपनी के CEO रोहित कपूर का मानना है कि यह भविष्य में खाद्य वितरण क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेगा।

स्विगी, जोमेटो, और ज़ेप्टो जैसी कंपनियाँ अब भारत के खाद्य वितरण बाजार में एक नई क्रांति ला रही हैं, और इनकी सफलता उपभोक्ताओं के त्वरित संतुष्टि की आवश्यकता को दर्शाती है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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