अहमदाबाद: अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) में एक भावुक संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने अपनी मां को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा और मार्गदर्शक (गाइडिंग स्टार) बताया। उन्होंने कहा कि “मेरी माँ मेरी गाइडिंग स्टार हैं, जिनके मूल्यों और शिक्षाओं ने मुझे हमेशा सही रास्ता दिखाया।”
‘संकट की आग में तप कर बनता है सच्चा नेतृत्व’
गौतम अदाणी ने बैठक में समूह की कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन, भविष्य की योजनाओं और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर विस्तार से बात की। उन्होंने दृढ़ता से कहा कि “अदाणी समूह ने कभी भी पीछे हटने का काम नहीं किया। इसके बजाय, हमने साबित किया है कि सच्चा नेतृत्व धूप में नहीं, बल्कि संकट की आग में तप कर बनता है।”
उन्होंने अपनी मां की सीख को याद करते हुए कहा, “जब मैं युवा था, तब मैंने अपनी माँ को अपनी गाइडिंग स्टार के रूप में देखा। मुझे याद है कि वे अक्सर कहती थीं कि इतिहास उन नाविकों को नहीं याद रखता जो शांत जल में नाव चला रहे थे। वह उन लोगों को याद रखता है जिन्होंने सबसे बड़े तूफानों का सामना किया और फिर भी घर लौटे।” अदाणी ने प्रसिद्ध कहावत को दोहराते हुए अपनी बात पूरी की, “लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती… हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती।”
कंपनी की प्रगति और भविष्य की योजनाएं
अदाणी समूह के चेयरमैन ने जानकारी दी कि उनकी कंपनियां न सिर्फ वित्तीय रूप से मजबूत हुई हैं, बल्कि पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारी के क्षेत्र में भी नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। उन्होंने समूह की ग्रीन एनर्जी इनिशिएटिव पहल, खासकर सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी परियोजनाओं पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि अदाणी समूह 2030 तक भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण योगदान देगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बंदरगाह, लॉजिस्टिक्स और डेटा सेंटर जैसे क्षेत्रों में भी समूह की विस्तार योजनाओं का जिक्र किया।
गौतम अदाणी ने शेयरधारकों के विश्वास के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका समर्थन ही समूह की सफलता का आधार है। उन्होंने आगे भी पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ शेयरधारकों के विश्वास को मजबूत करने का संकल्प लिया।