भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) पर गंभीर कार्रवाई करते हुए कई सख्त पाबंदियां लगाई हैं। यह कार्रवाई बैंक के नियमों का लगातार उल्लंघन और पर्यवेक्षण संबंधी चिंताओं के चलते की गई है।
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बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35A के तहत लगाई गई पाबंदियां
- नए ग्राहकों का बंद हो गया रजिस्ट्रेशन: 11 मार्च 2022 से ही बैंक नए ग्राहकों का रजिस्ट्रेशन बंद कर चुका है।
- जमा राशि या शीर्ष-अप पर रोक: 29 फरवरी 2024 के बाद किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड आदि में जमा राशि या टॉप-अप की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, ब्याज, कैशबैक या रिफंड क्रेडिट किए जा सकते हैं।
- ग्राहकों को बिना रुकावट मिलेगी निकासी: ग्राहकों को बचत खाते, चालू खाते, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि से अपने उपलब्ध शेष राशि तक निकासी या उपयोग करने की अनुमति होगी।
- अन्य बैंकिंग सेवाओं पर रोक: 29 फरवरी 2024 के बाद बैंक द्वारा फंड ट्रांसफर (AEPS, IMPS, आदि), BBPOU और UPI सुविधा जैसी अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रदान नहीं की जाएंगी।
- नोडल खाते बंद होंगे: वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज लिमिटेड के नोडल खाते बंद कर दिए जाएंगे। यह काम फरवरी 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
- लेनदेन का निपटान जल्द होगा: 29 फरवरी 2024 तक शुरू किए गए सभी लेनदेन और नोडल खातों का निपटान 15 मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद कोई और लेनदेन की अनुमति नहीं होगी।
इस कार्रवाई के कारण
- आरबीआई के बाहरी ऑडिटरों ने पाया कि बैंक लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहा है।
- बैंक के पर्यवेक्षण में गंभीर चिंताएं सामने आई हैं।
- इन कमियों को दूर करने के लिए बैंक द्वारा उठाए गए कदम अपर्याप्त रहे हैं।
इस कार्रवाई का प्रभाव
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक के मौजूदा ग्राहकों को 29 फरवरी 2024 तक अपने खाते बंद करने और शेष राशि निकालने का समय मिलेगा।
- नए ग्राहक पेटीएम पेमेंट्स बैंक में खाता नहीं खोल पाएंगे।
- पेटीएम पेमेंट्स बैंक की वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
आरबीआई की यह कार्रवाई बैंकों को नियमों का सख्ती से पालन करने का संदेश देती है। साथ ही, यह ग्राहकों को यह आश्वासन देती है कि बैंकिंग प्रणाली में किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।