विप्रो के बोनस शेयर: निवेशकों के लिए सोने की चिड़िया
विप्रो ने फिर किया निवेशकों को मालामाल
भारत की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो ने एक बार फिर अपने निवेशकों को खुशखबरी दी है। कंपनी ने 3 दिसंबर को बोनस शेयर जारी करने का ऐलान किया है। यह कंपनी का 14वां बोनस इश्यू है, जिसका मतलब है कि विप्रो ने पिछले कई दशकों में अपने शेयरधारकों को बार-बार मुफ्त शेयर दिए हैं।
हर शेयर पर एक अतिरिक्त शेयर
इस बार विप्रो 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी कर रही है। यानी अगर आपके पास 2 दिसंबर तक विप्रो का एक शेयर है, तो आपको एक अतिरिक्त शेयर मुफ्त में मिल जाएगा।
100 शेयरों से बनी 40 करोड़ की संपत्ति
अगर आप विप्रो के शुरुआती निवेशकों में से एक होते और 1971 में कंपनी के 100 शेयर खरीदे होते, तो आज आपके पास 6,82,667 शेयर होते। यानी आपके 100 शेयर बढ़कर लाखों में पहुंच गए होते। आज विप्रो का एक शेयर लगभग 585 रुपये का है। इसका मतलब है कि आपके पास करीब 40 करोड़ रुपये की संपत्ति होती।
विप्रो ने हमेशा दिया है अच्छा रिटर्न
विप्रो ने हमेशा ही अपने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। कंपनी ने समय-समय पर बोनस शेयर जारी करके, स्टॉक स्प्लिट करके और डिविडेंड देकर निवेशकों को लाभ पहुंचाया है। विप्रो में निवेश करने वाले लोग लंबे समय में काफी अमीर हुए हैं।
क्यों देता है विप्रो बोनस शेयर?
कंपनियां बोनस शेयर इसलिए देती हैं ताकि अपने शेयरधारकों को खुश रख सकें और उन्हें कंपनी में निवेशित रहने के लिए प्रोत्साहित कर सकें। बोनस शेयर देने से कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन बढ़ता है और कंपनी को बड़ी परियोजनाएं हासिल करने में मदद मिलती है।
निवेशकों के लिए क्या है इसका मतलब?
- अधिक शेयर: बोनस शेयर मिलने से निवेशकों के पास अधिक शेयर हो जाते हैं।
- अधिक वोटिंग पावर: अधिक शेयर होने का मतलब है कि कंपनी के फैसलों में निवेशक की अधिक वोटिंग पावर होती है।
- लंबे समय में अच्छा रिटर्न: विप्रो जैसी कंपनियों में निवेश करने से लंबे समय में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
क्या आपको भी विप्रो में निवेश करना चाहिए?
विप्रो में निवेश करने से पहले आपको अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लेनी चाहिए। किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले आपको कंपनी के बारे में पूरी जानकारी जुटा लेनी चाहिए।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- बोनस शेयर का मतलब यह नहीं है कि शेयर की कीमत बढ़ जाएगी।
- बोनस शेयर मिलने के बाद शेयर की कीमत कम भी हो सकती है।
- निवेश में जोखिम हमेशा बना रहता है।