- लोगों को साइबर ठगी करने की देते थे ट्रेनिंग
- सीधे साधे लोगों को बनाते थे अपना शिकार
मथुरा। जनपद मथुरा में आए दिन साइबर ठगों के द्वारा लोगों के साथ बैठक की जा रही है उसी पर लगाम लगाने को लेकर पुलिस के द्वारा कार्यवाही की जा रही है जिसमें शेरगढ़ पुलिस को एक सफलता हाथ लगी है जिसमें दो समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके पास से साइबर ठगी करने के ऑडियो वीडियो फर्जी सिम आधार कार्ड आदि चीज पाई गई हैं जिन्हें संबंधित धाराओं में पंजीकृत कर जेल दिया गया है।
शेरगढ़ थाना अध्यक्ष सोनू कुमार ने बताया कि पुख्ता जानकारी के अनुसार दो अभियुक्त काफी दिन से सूचना मिल रही थी यह दो युवक दिलशाद उर्फ दिला पुत्र शौकत निवासी ग्राम विशंभरा थाना शेरगढ़ व दूसरा आदिल पुत्र आस मोहम्मद निवासी ग्राम बाबूगढ़ थाना शेरगढ़ दोनों ही लोगों के साथ फ्रॉड करते हैं जिनसे पूछताछ व उनके मोबाइल चेक करने पर लोगों को अलग अलग तरीके से फसाने के सबूत पाए गए दोनों के पास से दो मोबाइल 105 सिम कार्ड 8 फर्जी आधार कार्ड एक प्रिंटर एक बायोमेट्रिक डिवाइस पाई गई है।
आगे बताते हुए का अभियुक्त गढ़ साहिब और रोड की घटना करने के अलावा एक संगठित साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग देने का भी कार्य करते हैं। अभियुक्त साइबर फ्रॉड की घटना करने के अलावा एक संगठित साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग देने का भी कार्य करते हैं और हरियाणा, राजस्थान के अतिरिक्त जनपद मथुरा के ग्राम हाथिया, दौसेरस, विशम्भरा, बाबूगढ़ जैसे गांवों के नवयुवकों को साइबर अपराध करके अवैध तरीके से धन अर्जित करने के लिए उकसाते हैं और साइबर अपराध करने के लिए प्रचार प्रसार करते हैं और नये लड़कों को ट्रेनिंग देते हैं कि किस तरह ग्राहक को फसाना है व किन किन साइटों एप्प के माध्यम से सेक्सटोर्सन अन्य साइबर अपराध किया जा सकता है।
उड़ीसा व अन्य राज्यों के फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराते हैं और सीधे साधे व्यक्तियों का पैसा डालने हेतु अपने फर्जी अकाउंट नये लड़को को देते हैं कि ग्राहकों से पैसा इस अकाउंट डलवाओ क्योंकि पुलिस हम लोगों को नहीं पकड़ पाएंगे और फिर नये अपराधियों से निकालने के नाम पर 25 से 30 प्रतिशत का कमीशन लेते हैं। देश के अनेक राज्यों में इन सबके विरुद्ध सैकड़ो में आन लाइन फ्रॉड की शिकायतें दर्ज हैं ।