माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद की शनिवार (15 अप्रैल) की रात प्रयागराज में मेडिकल के लिए ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रात करीब 10:00 बजे हुई गोलीबारी कैमरे में कैद हो गई क्योंकि मीडियाकर्मी हथकड़ी लगाए दोनों दोषियों का पीछा कर रहे थे।
शूटरों के बारे में नई जानकारी
तीनों शूटरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है। तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से एक शूटर लवलेश की फेसबुक प्रोफाइल है जिसमें वह खुद को बजरंग दल का सदस्य बता रहा है। लवलेश खुद को जेएनपीजी लखनऊ का छात्र भी बता रहा है। लवलेश के पिता का नाम यज्ञ तिवारी है।
दो मास्टरमाइंड का भी सुराग लगा हाथ
माफिया अतीक अहमद और अशरफ शूटआउट मामले में शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के अलावा दो मास्टरमाइंड का भी पुलिस को मिला सुराग । दो अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। पुलिस और यूपी एसटीएफ शूटआउट मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। वहीं सूत्रों के हवाले से एक और खबर सामने आ रही है कि ISI के कुछ गुर्गों ने इन शूटर्स को हायर किए थे ताकि अतीक कनेक्शन से जुड़े कोई राज न उगल दे।
सूत्रों का दावा- तीनों शूटरों को 3 करोड़ की दी गई सुपारी
तीनों शूटर्स तीन दिनों से अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद का पीछा कर रहे थे । पुलिस को तीनों शूटर्स की तीन दिन पुरानी तस्वीर मिली। अतीक और अशरफ की रेकी करते हुए तस्वीर मिली । तीनों शूटर्स पत्रकार के भेष में कई बार अतीक और अशरफ के करीब आए थे। इतना ही नहीं सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि तीनों को तीन करोड़ रुपये की सुपारी मिली थी। हालांकि, अभी पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
48 घंटे तक होटल में रुके थे हत्यारे
बताया जा रहा है कि अतीक और अशरफ के हत्यारों ने प्रयागराज में ठहरने के लिए किराए पर होटल लिया था और 48 घंटो से होटल में ठहरे हुए थे। पुलिस ने फिलहाल उस होटल को घेर लिया है और जांच तेज कर दी है। हत्या को अंजाम देने के दौरान एक हत्यारा हैंगिंग बैग लेकर आया था।