भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), जो अपनी ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए प्रसिद्ध है, अब भारत में साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। ISRO कॉलेज छात्रों के लिए एक मुफ्त साइबर सुरक्षा कोर्स पेश कर रहा है, जो छात्रों को साइबर सुरक्षा के आवश्यक सिद्धांतों और तकनीकों को सीखने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। यह दो सप्ताह का इंटेन्सिव कार्यक्रम है, जो छात्रों को उद्योग विशेषज्ञों से साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखने का अवसर देता है।
ISRO के बारे में
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भारत का राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है। यह अंतरिक्ष विभाग (DoS) का मुख्य अनुसंधान और विकास शाखा है, जिसे भारत के प्रधानमंत्री द्वारा देखा जाता है। ISRO का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष संचालन, अंतरिक्ष अन्वेषण, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग, और संबंधित प्रौद्योगिकियों के विकास पर काम करना है। ISRO के पास इमेजिंग, संचार, और रिमोट-सेन्सिंग सैटेलाइट्स का एक कंस्टीलेशन है। इसके अलावा, यह GAGAN और IRNSS उपग्रह नेविगेशन सिस्टम भी संचालित करता है और इसने चंद्रमा और मंगल पर मिशन भी भेजे हैं।
ISRO का साइबर सुरक्षा कोर्स: विवरण और प्रमाणपत्र
ISRO ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपने पहले कदम को बढ़ाते हुए “Cyber Security and Cyber Defense of Critical Infrastructures and Geo-Data sharing” पर एक इंटरडिसिप्लिनरी कोर्स शुरू किया है। इस कोर्स में साइबर डिफेंस और जागरूकता प्रौद्योगिकी के उपयोग के मामलों पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि साइबर खतरों को बेहतर तरीके से समझा जा सके और उनका प्रबंधन किया जा सके। यह कोर्स थ्योरी के साथ-साथ व्यावहारिक उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
पात्रता मापदंड
ISRO साइबर सुरक्षा मुफ्त कोर्स के लिए पात्रता:
- यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो किसी भी वर्ष के स्नातक (अंडरग्रेजुएट) या स्नातकोत्तर (पोस्टग्रेजुएट) पाठ्यक्रम के विद्यार्थी हैं।
- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए।
कोर्स कंटेंट
इस कोर्स में निम्नलिखित विषयों का समावेश होगा:
- साइबर सुरक्षा का अवलोकन – खतरों और चुनौतियों
- सुरक्षित डेटा और जानकारी तक पहुंचने के लिए सॉफ़्टवेयर उपकरण और उत्पाद
- वेब और मोबाइल ऐप्लिकेशनों में सुरक्षित लेन-देन और डेटा एक्सेस
- साइबर सुरक्षा के सर्वोत्तम अभ्यास
- ऑनलाइन जियो-डेटा शेयरिंग और साइबर सुरक्षा
कार्यक्रम का लाभ
यह कार्यक्रम ISRO के ई-क्लास प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए किसी विशेष हार्डवेयर/सॉफ़्टवेयर की आवश्यकता नहीं है, हालांकि यह सिफारिश की जाती है कि उपयोगकर्ता के पास अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी हो। यदि आप कक्षा में कार्यक्रम प्राप्त करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित हार्डवेयर की आवश्यकता होगी:
- डेस्कटॉप कंप्यूटर या लैपटॉप जिसमें वेब कैमरा, माइक्रोफोन और आउटपुट स्पीकर्स हों।
- बड़ी डिस्प्ले स्क्रीन/प्रोजेक्टर/टीवी।
प्रमाणपत्र
- नोडल केंद्रों के माध्यम से पंजीकरण: 70% उपस्थिति और परीक्षा के आधार पर छात्रों को “कोर्स प्रतिभागिता प्रमाणपत्र” प्राप्त होगा।
- व्यक्तिगत पंजीकरण: प्रत्येक सत्र के कम से कम 70% घंटे को कोर्स में समर्पित करने वाले सभी छात्रों को “कोर्स प्रतिभागिता प्रमाणपत्र” दिया जाएगा। यह प्रमाणपत्र ISRO LMS में डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होगा।
कोर्स शुल्क
इस कोर्स में भाग लेने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह कोर्स पूरी तरह से मुफ्त है।
आवेदन कैसे करें?
यदि आप इस कोर्स में भाग लेने के इच्छुक हैं तो यहां क्लिक करें।
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ISRO का यह मुफ्त साइबर सुरक्षा कोर्स भारतीय कॉलेज छात्रों के लिए एक बेहतरीन अवसर है। इस कोर्स के माध्यम से छात्र साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण सिद्धांतों और तकनीकों को सीख सकते हैं, जो आज के डिजिटल युग में अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद छात्र साइबर सुरक्षा में अपनी विशेषज्ञता को बढ़ा सकते हैं और इसे अपने करियर में भी उपयोग कर सकते हैं।
When course will start
Interested
vgvg1754@gmail.com