बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले ने एक नया मोड़ ले लिया है. कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए एक अलग बहस छेड़ दी है. उन्होंने इस हमले को सामान्य घटना मानने से इनकार करते हुए, इसकी गहन जांच की मांग की है. साथ ही, उन्होंने सैफ अली खान और करीना कपूर को लेकर हाल ही में दिए गए नफरत भरे बयानों का भी जिक्र किया है.
इमरान प्रतापगढ़ी का बयान
इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से अभिनेता सैफ अली खान और करीना कपूर को लेकर नफरत भरे बयान दिए गए, सोशल मीडिया पर जहर परोसा गया और उसके बाद सैफ अली खान पर जानलेवा हमला हुआ, यह दर्शाता है कि मुंबई की कानून व्यवस्था कितनी बदहाल है. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग करते हुए कहा कि कम से कम मुंबई की छवि का तो ध्यान रखिए. अगर सबसे पॉश इलाकों में रहने वाले फिल्मी सितारे तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा. उन्होंने इस घटना को सामान्य नहीं बताते हुए, इसकी सभी पहलुओं से गहन जांच की मांग की है.
सैफ अली खान पर हमला
गौरतलब है कि सैफ अली खान पर उनके घर में ही एक अज्ञात व्यक्ति ने चाकू से हमला कर दिया था, जिसके बाद उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया. हमलावर फिलहाल फरार है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
नौकरानी पर संदेह
सैफ अली खान पर हमले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम सबसे पहले उनके घर पहुंची थी. क्राइम ब्रांच ने वहां से तीन कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इसके बाद फॉरेंसिक टीम भी उनके घर पहुंची. मुंबई पुलिस को नौकरानी की भूमिका पर संदेह है और पुलिस उसका बयान दर्ज करेगी. नौकरानी के मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद उसका बयान दर्ज किया जाएगा.
इमरान प्रतापगढ़ी के बयान का विश्लेषण
इमरान प्रतापगढ़ी के बयान ने इस मामले को एक नया आयाम दे दिया है. उन्होंने इस हमले को सिर्फ एक आपराधिक घटना न मानते हुए, इसे हाल ही में सैफ अली खान और करीना कपूर के खिलाफ फैलाई गई नफरत से जोड़कर देखा है. उनके इस बयान से एक नई बहस शुरू हो गई है कि क्या इस हमले के पीछे कोई और वजह भी हो सकती है. उनके बयान ने मुंबई की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.