प्रीति जिंटा ने सोशल मीडिया पर इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की सरकार द्वारा बनाए गए नए कानून की सराहना की है, जिसमें यौन शोषण और रेप के अपराधियों को रासायनिक बधियाकरण के द्वारा नपुंसक बनाने का प्रावधान है। प्रीति ने भारत सरकार से भी इसी तरह का कदम उठाने की अपील की है ताकि यौन अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कानून बने।
इटली का सख्त कानून
इटली में प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की अगुवाई वाली सरकार ने यौन अपराधियों के खिलाफ एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस नए कानून के तहत रेपिस्ट और यौन अपराधियों को रासायनिक बधियाकरण (Chemical Castration) के जरिए नपुंसक बना दिया जाएगा। इस कानून के अनुसार, एंड्रोजन अवरोधक दवाओं का उपयोग अपराधियों को नपुंसक बनाने के लिए किया जाएगा, जो इटली में अब लीगल हो गया है।
सितंबर 2024 में इटली के सांसदों ने इस कदम को मंजूरी दी और अब इस कानून का ड्राफ्ट तैयार किया जा चुका है। इस सख्त कानून को लागू करने का उद्देश्य यौन अपराधियों को कड़ी सजा देना है और ऐसे अपराधों को रोकने की दिशा में एक ठोस कदम बढ़ाना है।
प्रीति जिंटा का संदेश
प्रीति जिंटा ने इस कानून के बारे में अपनी राय सोशल मीडिया पर व्यक्त की। उन्होंने भारत सरकार को टैग करते हुए लिखा, “क्या शानदार कदम है! उम्मीद है कि भारत सरकार भी इस दिशा में कदम उठाएगी। ऐसे अपराधों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।” प्रीति की इस अपील पर सोशल मीडिया पर काफी प्रतिक्रियाएं आईं, जिसमें लोग इस कदम को भारत में लागू करने की आवश्यकता बता रहे हैं।
प्रीति जिंटा के इस बयान ने सामाजिक मीडिया पर हंगामा मचा दिया है। लोग इस कानून को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एक प्रभावी तरीका मान रहे हैं।
प्रीति जिंटा का सामाजिक सरोकार
प्रीति जिंटा सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहती हैं और समाज के मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखती हैं। वे अक्सर ऐसे मामलों में अपनी आवाज उठाती हैं, जो समाज के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी कई बार अपनी राय दी है।
प्रीति जिंटा हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले से ताल्लुक रखती हैं और शादी के बाद वह विदेश में रहती हैं। वे अपने सामाजिक सरोकारों में सक्रिय भागीदारी निभाती रहती हैं और अब इस बार उन्होंने यौन अपराधों के खिलाफ कड़ा कानून बनाने की अपील की है।
प्रीति जिंटा का यह कदम एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे यौन शोषण और बलात्कार जैसे अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में सरकार को प्रेरित किया जा सकता है। यदि भारत में भी इटली की तरह इस प्रकार का कानून लागू होता है, तो यह अपराधियों के खिलाफ एक मजबूत संदेश भेजेगा और समाज में सुरक्षा का माहौल उत्पन्न होगा।