Advertisement

Advertisements

सूरज की 1 घंटे की रोशनी से पूरे साल रोशन होगी दुनिया? जानिए असीम सौर ऊर्जा का ये ‘सपना’!

Sumit Garg
3 Min Read
सूरज की 1 घंटे की रोशनी से पूरे साल रोशन होगी दुनिया? जानिए असीम सौर ऊर्जा का ये 'सपना'!

क्या आप जानते हैं कि सूर्य से हर घंटे पृथ्वी पर इतनी ऊर्जा पहुँचती है, जो पूरी दुनिया की सालभर की बिजली की ज़रूरतों को पूरा कर सकती है? वैज्ञानिकों के अनुसार, सूर्य से हर घंटे लगभग 173,000 टेरावाट ऊर्जा हमारी धरती तक आती है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि इस विशाल ऊर्जा का अभी भी बहुत ही कम हिस्सा हम उपयोग कर पाते हैं।

एक घंटे की धूप, साल भर का उजाला

अगर हम सिर्फ एक घंटे की सूर्य की रोशनी को पूरी तरह से स्टोर करने में सक्षम हो जाएँ, तो यह ऊर्जा पूरी दुनिया के घरों, दफ्तरों, फैक्ट्रियों और स्कूलों – सभी की बिजली की ज़रूरतों को एक साल तक पूरा कर सकती है। कल्पना कीजिए – न कोई पावर कट, न कोयले का धुआँ, और न ही तेल या गैस पर निर्भरता! यह एक ऐसा भविष्य है, जहाँ ऊर्जा की कमी कभी महसूस नहीं होगी।

See also  10 लाख से कम में लॉन्च होंगी ये गाड़ियां, टाटा की 3 दमदार कार हैं शामिल

चुनौती: भंडारण और सक्षम तकनीक का अभाव

हालांकि, सवाल यह उठता है कि ऐसा क्यों नहीं हो पा रहा? दरअसल, इस विशाल मात्रा में सौर ऊर्जा को प्रभावी ढंग से इकट्ठा करने और सुरक्षित रूप से भंडारित करने के लिए अभी हमारे पास उतनी सक्षम तकनीक नहीं है। सोलर पैनल सूर्य की रोशनी को बिजली में बदलने का काम तो करते हैं, लेकिन सूर्य की रोशनी के घटते-बढ़ते स्तर, मौसम के बदलाव और बड़े पैमाने पर ऊर्जा भंडारण की मौजूदा सीमाओं के कारण इसे पूरी तरह से पकड़ पाना एक बड़ी चुनौती है।

भारत के प्रयास और भविष्य की उम्मीद

भारत सरकार ने सौर ऊर्जा को भविष्य की एक बड़ी ताकत मानते हुए इस दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएँ चलाई हैं। राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बड़े-बड़े सोलर पार्क स्थापित किए गए हैं। PM-कुसुम जैसी योजनाओं से किसान भी सौर ऊर्जा का लाभ उठा रहे हैं।

See also  फर्जी कॉल्स और SMS से सावधान! ट्राई ने दी चेतावनी, आधार-सिम धोखाधड़ी पर सख्त रुख

विशेषज्ञों का मानना है कि जैसे-जैसे बैटरी और अन्य ऊर्जा भंडारण तकनीकें बेहतर और अधिक कुशल होती जाएँगी, वैसे-वैसे हम सूर्य की इस असीम ऊर्जा को और अधिक प्रभावी ढंग से इस्तेमाल कर पाएँगे।

केवल एक घंटे की सूरज की रोशनी से पूरे साल का उजाला – यह अभी भले ही एक सपना लगता हो, लेकिन आने वाले समय में वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति इस सपने को सच कर सकती है। क्या हम उस भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं, जहाँ हमारी ऊर्जा की सभी ज़रूरतें सिर्फ सूर्य की रोशनी से पूरी हो सकेंगी?

 

Advertisements

See also  Bajaj Pulsar NS400z vs. Triumph Speed 400: A Comparative Analysis
See also  भारत में टेक्नोलॉजी का तेजी से विकास
Share This Article
Follow:
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
1 Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement