क्या 22 साल बाद बंद हो जाएगी Microsoft की ये सर्विस? कभी थी Video Call की पहचान

Gaurangini Chaudhary
3 Min Read
क्या 22 साल बाद बंद हो जाएगी Microsoft की ये सर्विस? कभी थी Video Call की पहचान

ऐसा लग रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट आखिरकार अपने वीडियो चैटिंग प्लेटफॉर्म स्काइप को बंद करने वाला है। विंडोज के लिए लेटेस्ट स्काइप के प्रीव्यू में कुछ पैच नोट्स को स्पॉट किया गया है, जिसके आधार पर अंदाजा लगाया जा रहा है कि ये सर्विस मई 2025 में बंद हो सकती है। इस प्लेटफॉर्म पर आज भी लाखों यूजर्स मौजूद हैं।

अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इस सर्विस के बंद होने के बाद यूजर्स का क्या होगा। रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी स्काइप को बंद करने के बाद इसके यूजर्स को माइक्रोसॉफ्ट टीम्स पर माइग्रेट कर देगी। यानी कंपनी स्काइप को टीम्स से रिप्लेस कर रही है।

See also  नितिन गडकरी जी ने दी TVS iQube पर ₹22,000 सब्सिडी, 135 किमी रेंज और 73 किमी/घंटा रफ्तार, रोड टैक्स हुआ माफ... अब तो गरीब के भी बजट में

टीम्स पर माइग्रेट होंगे यूजर्स

XDA डेवलपर्स ने स्काइप के विंडोज ऐप पर इस मैसेज को स्पॉट किया है। जिसमें लिखा है, ‘मई की शुरुआत से, स्काइप उपलब्ध नहीं होगा। आप टीम्स पर अपनी कॉल्स और चैट्स को जारी कर सकते हैं।’ इसके अलावा स्काइप ऐप यूजर्स को टीम्स डाउनलोड करने और उस पर माइग्रेट होने के लिए भी प्रॉम्प्ट जारी करेगा।

हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट ने आधिकारिक रूप से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। ना ही उन्होंने इस तरह की रिपोर्ट्स पर कोई टिप्पणी की है। ऐसा हो सकता है कि स्काइप को अलविदा कहने का वक्त अब आ चुका है। ध्यान रहे कि माइक्रोसॉफ्ट ने स्काइप फॉर बिजनेस को 31 जुलाई 2021 में ही बंद कर दिया था।

See also  Income Tax Raid: भारतभर में लेनोवो के परिसरों की तलाशी ली

2003 में शुरू हुआ था सफर

स्काइप का कंज्यूमर वर्जन अभी भी उपलब्ध है। इस प्लेटफॉर्म पर आज भी 2 करोड़ यूजर्स हैं। मगर ऐसा लगता है कि कंपनी ने इसे बंद करने का मन बना लिया है। स्काइप को 2003 में चार डेवलपर्स ने मिलकर लॉन्च किया था। ये एक ऑडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म था, जो किफायती दर पर सर्विस ऑफर करता था।

इसका मुख्य उद्देश्य हाई टेलीकॉम टैरिफ का एक सस्ता विकल्प मुहैया करना था। 2006 में इस प्लेटफॉर्म पर वीडियो कॉलिंग की सुविधा भी मिलने लगी, जिसके बाद स्काइप काफी पॉपुलर हुआ। ज्यादातर लोगों के ज़हन में इसकी पहचान एक वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म के रूप में ही है। माइक्रोसॉफ्ट ने इस प्लेटफॉर्म को 2011 में एक्वायर कर लिया और इसे विंडोज के साथ जोड़ दिया।

See also  यूपी में इलेक्ट्रिक गाड़ी खरीदने पर नहीं लगेगा टैक्स

 

See also  Redmi Note 13 5G स्मार्टफोन की सीरीज हुई लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
Share This Article
Leave a comment