20 साल के युवक को 80 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी, फिर भी नाली साफ करने का काम कर रहा है

Manisha singh
3 Min Read
20 साल के युवक को 80 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी, फिर भी नाली साफ करने का काम कर रहा है

ब्रिटेन: ब्रिटेन के कार्लिस्ले में रहने वाले 20 वर्षीय जेम्स क्लार्कसन की लॉटरी जीतने की कहानी ने सबको हैरान कर दिया है। जेम्स ने हाल ही में 7.5 मिलियन पाउंड (करीब 80 करोड़ रुपये) का लॉटरी जैकपॉट जीता है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इतनी बड़ी रकम जीतने के बावजूद वह अपनी पुरानी नौकरी छोड़ने के बजाय नाली साफ करने का काम कर रहे हैं।

लॉटरी में जीते 80 करोड़ रुपये

जेम्स ने अपनी लॉटरी जीत का खुलासा करते हुए बताया कि क्रिसमस के दौरान उन्होंने नेशनल लॉटरी में 120 पाउंड (12,676 रुपये) लगाए थे, और इसी राशि को फिर से लॉटरी टिकट खरीदने में निवेश किया। यह वह राशि थी, जिसे उन्होंने जैकपॉट जीतने के लिए खर्च किया था।

See also  क्रिप्टो का 'खेल खत्म'! पूर्ण प्रतिबंध से कीमतों में आई गिरावट, वॉलेट हुए फ्रीज

जीतने के बाद भी नौकरी नहीं छोड़ी

इतनी बड़ी रकम जीतने के बावजूद जेम्स ने अपनी नौकरी से हाथ नहीं खींचा। लॉटरी के जैकपॉट से मिली रकम के बाद भी, जेम्स अगले ही दिन अपनी नियमित नौकरी पर लौट आए और ठंड में नालियां साफ करते नजर आए। उन्होंने कहा, “मैं अपनी गर्लफ्रेंड के घर पर था और सुबह जल्दी उठकर लॉटरी ऐप चेक किया। जैसे ही मैंने देखा कि मुझे जैकपॉट मिला है, मुझे यकीन नहीं हुआ।”

उन्होंने बताया कि पहले तो वह यह सोच रहे थे कि शायद वह सपना देख रहे हैं, लेकिन बाद में जब उन्होंने अपने पिता को फोन किया, तो उन्होंने सबको घर बुलाया और टिकट की जांच की। जैसे ही नेशनल लॉटरी अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह विजेता टिकट है, जेम्स खुशी से झूम उठे। उन्होंने आगे कहा, “यह सब एक सपने जैसा था।”

See also  Covid-19: यूरोप में अगले हफ्ते आएगी को‎विड संक्रमण की नई लहर!

परिवार के साथ मनाया जश्न

जेम्स ने बताया कि इस बड़ी जीत के बाद उन्होंने अपने परिवार और गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर खुशी मनाई। वे सभी दादा-दादी के घर एकत्र हुए और रोस्ट मीट डिनर और शैम्पेन के साथ जीत का जश्न मनाया।

‘नौकरी छोड़ने का इरादा नहीं है’

इतनी बड़ी रकम जीतने के बाद भी जेम्स ने साफ किया कि वह अपनी नौकरी छोड़ने का कोई इरादा नहीं रखते। उन्होंने कहा, “मैं अभी बहुत छोटा हूं। पैसे का आना इसका मतलब नहीं है कि मैं काम छोड़ दूं। जीतने के अगले ही दिन मैंने ठंड में नालियां साफ कीं। यह मेरी हकीकत है, और मैं इसे बदलना नहीं चाहता।”

See also  पाकिस्तान में 'ब्लैक संडे': दो बड़े सड़क हादसों में 37 की मौत, कई घायल

जेम्स के इस दृष्टिकोण ने यह साबित कर दिया कि सफलता केवल आर्थिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं होती, बल्कि मेहनत, विनम्रता और अपने काम के प्रति समर्पण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उनका यह साहसिक कदम यह दर्शाता है कि व्यक्ति चाहे जितना भी बड़ा हासिल कर ले, उसे अपनी जड़ें और मेहनत कभी नहीं भूलनी चाहिए।

See also  क्या निज्जर की हत्या ने खालिस्तानियों को एक नए 'शहीद' दे दिया?
Share This Article
Follow:
Granddaughter of a Freedom Fighter, Kriya Yoga Practitioner, follow me on X @ManiYogini for Indic History and Political insights.
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement