आज डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे। भारतीय समय के अनुसार, यह शपथ ग्रहण समारोह साढ़े 10 बजे होगा। शपथ लेने से पहले, ट्रंप ने जो बाइडेन के कई महत्वपूर्ण आदेशों पर सवाल उठाते हुए एक बड़ा ऐलान किया है। ट्रंप ने कहा कि वह शपथ ग्रहण के बाद 24 घंटे के अंदर बाइडेन के द्वारा जारी किए गए सभी “स्टुपिड ऑर्डर” (बेवकूफीपूर्ण आदेश) को रद्द कर देंगे। इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी बताया कि शपथ लेने के बाद वह 100 अहम फाइल्स पर साइन करेंगे, जिनमें से अधिकांश बाइडेन के कार्यकाल में हुए फैसलों को पलटने के लिए होंगे।
ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद की योजनाएं
ट्रंप का शपथ ग्रहण न केवल अमेरिकी राजनीति के लिए, बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। शपथ लेने के बाद, ट्रंप ने अपनी टीम से कहा है कि वे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ फोन कॉल करने की तैयारी करें। यह कदम उनके विदेश नीति के प्रति दृढ़ता को दिखाता है, जिसमें उन्होंने पहले भी रूस और अन्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की बात की थी।
पोप फ्रांसिस की प्रार्थना
ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले, पोप फ्रांसिस ने एक विशेष प्रार्थना की, जिसमें उन्होंने अमेरिका के लिए यह कामना की कि यह देश ऐसा समाज बने जहां नफरत, भेदभाव और बहिष्कार का कोई स्थान न हो। पोप की इस प्रार्थना को एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी समाज के लिए एक समावेशी और शांतिपूर्ण भविष्य की कामना की है।
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले प्रमुख लोग
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में अनेक अरबपति और विश्व नेता शामिल होंगे। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जैसे जॉर्ज डब्ल्यू. बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा के साथ ही उनके साथ हिलेरी क्लिंटन भी शामिल हो सकती हैं। हालांकि, मिशेल ओबामा इस समारोह में शामिल नहीं होंगी।
इसके अलावा, अमेरिकी टिकटॉक के सीईओ, एलन मस्क (टेस्ला के सीईओ), जेफ बेजोस (अमेजन के संस्थापक) और मार्क जुकरबर्ग (मेटा के सीईओ) भी ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। ये सभी व्यक्ति ट्रंप के करीबी सहयोगी और प्रभावशाली बिजनेस लीडर्स माने जाते हैं।
पूर्व स्पीकर नैन्सी पेलोसी समारोह में शामिल नहीं होंगी, जो कि अमेरिकी राजनीति में एक बड़ा घटनाक्रम हो सकता है।
कुमार मंगलम बिड़ला का बयान
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने भी डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा, “अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप की वापसी वैश्विक राजनीति और व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव हो सकती है। ट्रंप में दुनिया के मौजूदा परिवेश को नया रूप देने की ताकत है, और उनकी वापसी से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर पड़ सकता है।”
ट्रंप का दृष्टिकोण और भविष्य
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राजनीति में अपनी वापसी के साथ ही यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सरकार में कई अहम बदलाव करेंगे, जिनसे अमेरिका की आंतरिक और बाहरी नीति पर गहरा असर पड़ेगा। उनके नेतृत्व में अमेरिका फिर से अपने पुराने प्रभावशाली और ताकतवर रूप में लौटने की उम्मीद जताई जा रही है।