भारत और कनाडा के संबंध: इतिहास, वर्तमान और भविष्य

Dharmender Singh Malik
3 Min Read
भारत और कनाडा के संबंध एक लंबे और समृद्ध इतिहास के साथ हैं। दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद और मानवाधिकारों के सिद्धांतों को साझा करते हैं। भारत कनाडा का 17वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंध हैं।

इतिहास

भारत और कनाडा के बीच संबंध 18वीं शताब्दी में ब्रिटिश शासन के दौरान शुरू हुए थे। उस समय, कई भारतीयों ने कनाडा में बसने के लिए ब्रिटिश उपनिवेशों की ओर पलायन किया। 19वीं शताब्दी में, भारत और कनाडा के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में वृद्धि हुई।

भारत की स्वतंत्रता के बाद, दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए। 1947 में, भारत और कनाडा ने राजनयिक संबंध स्थापित किए। 1954 में, दोनों देशों ने एक व्यापार समझौता किया। 1976 में, भारत और कनाडा ने एक वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग समझौता किया।

See also  स्वामी प्रसाद मौर्य की गाड़ी पर हमला: काले झंडे दिखाए, हड़कंप मच गया

वर्तमान

आज, भारत और कनाडा के बीच संबंध मजबूत और बहुआयामी हैं। दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद और मानवाधिकारों के सिद्धांतों को साझा करते हैं। भारत कनाडा का 17वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। 2022-23 में, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 8.16 अरब अमेरिकी डॉलर था।

भारत और कनाडा के बीच मजबूत सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंध भी हैं। कनाडा में दुनिया के सबसे बड़े भारतीय प्रवासी समूहों में से एक है। 2023 में, कनाडा में 50 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रहते थे।

भविष्य

भारत और कनाडा के बीच संबंधों को और मजबूत करने की क्षमता है। दोनों देश वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए एक साथ काम कर सकते हैं। भारत और कनाडा के बीच व्यापार और निवेश में वृद्धि होने की संभावना है। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंध भी और मजबूत होने की संभावना है।

See also  आधी प्लास्टिक की बन चुकी है ये महिला, सर्जरी में लाखों-करोड़ों फूंके

विवाद

हाल के वर्षों में, भारत और कनाडा के बीच कुछ विवाद भी हुए हैं। इनमें से एक विवाद खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों की सक्रियता के बारे में है। कनाडा में खालिस्तान समर्थक आंदोलन सक्रिय है और भारत का आरोप है कि कनाडा सरकार इस आंदोलन को समर्थन दे रही है।

दूसरा विवाद कनाडा में भारतीय नागरिकों के साथ भेदभाव के बारे में है। भारत का आरोप है कि कनाडा में भारतीय नागरिकों के साथ भेदभाव होता है।

इन विवादों के बावजूद, भारत और कनाडा के बीच संबंधों को मजबूत करने की संभावना है। दोनों देश लोकतंत्र, बहुलवाद और मानवाधिकारों के सिद्धांतों को साझा करते हैं। भारत और कनाडा के बीच मजबूत संबंध दोनों देशों के लिए फायदेमंद होंगे।

See also  खुशखबरी! टोल टैक्स में मिलेगी बड़ी राहत, सरकार ला रही है ये दो नए प्रस्ताव

See also  भारत-पाक तनाव LIVE: जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में भारत ने मार गिराए पाकिस्तानी ड्रोन, कई जगह ब्लैक आउट
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement