India to Use Diplomatic Channels to Save 8 Former Navy Personnel Sentenced to Death in Qatar

Dharmender Singh Malik
3 Min Read

दोहा : कतर की अदालत ने जासूसी के आरोप में भारत के आठ पूर्व नौसैनिकों को फांसी की सजा सुनाई है। इस फैसले से भारत में आक्रोश है और भारत सरकार ने अपने नागरिकों को बचाने के लिए कूटनीतिक प्रयास शुरू कर दिए हैं।

जानकारों का मानना है कि कतर के लिए भारत के पूर्व नौसैनिकों को फांसी देना आसान नहीं होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे कतर को आर्थिक और राजनीतिक रूप से नुकसान होगा।

कतर भारत का एक प्रमुख व्यापारिक भागीदार है। कतर से भारत को बड़ी मात्रा में प्राकृतिक गैस का आयात होता है। अगर भारत कतर से नाराज हो जाता है, तो वह अपनी प्राकृतिक गैस खरीद को कम या बंद कर सकता है। इससे कतर की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगेगा।

See also  इंटरपोल ने भगोड़े मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस हटाया

इसके अलावा, भारत के साथ संबंध खराब होने से कतर को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी नुकसान होगा। भारत एक महत्वपूर्ण शक्ति है और कतर के साथ उसके संबंधों से कतर की छवि प्रभावित होगी।

भारत सरकार ने कतर के अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। भारत ने कहा है कि वह इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी उठाएगा।

भारत के कूटनीतिक विकल्प

भारत के पास कतर के पूर्व नौसैनिकों को बचाने के लिए कई कूटनीतिक विकल्प हैं। इनमें शामिल हैं:

  • कूटनीतिक दबाव: भारत कतर पर कूटनीतिक दबाव बना सकता है। भारत कतर के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को कम या बंद कर सकता है। इसके अलावा, भारत कतर के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी आवाज उठा सकता है।
  • कानूनी उपाय: भारत कतर की अदालत में अपील कर सकता है। इसके अलावा, भारत कतर सरकार से दया याचिका दायर करने के लिए कह सकता है।
  • व्यक्तिगत संबंधों का इस्तेमाल: भारत कतर के अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत संबंधों का इस्तेमाल कर सकता है। भारत कतर के अधिकारियों से अपील कर सकता है कि वे भारतीयों को माफ कर दें।
See also  इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन की बौछार: हिजबुल्ला को मिला करारा जवाब, नेतन्याहू ने सुरक्षा की गारंटी दी

भारत के लिए चुनौतियां

भारत के लिए कतर के पूर्व नौसैनिकों को बचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। कतर की अदालत ने पहले ही फांसी की सजा सुना दी है और यह सजा अपील के बाद भी रद्द हो सकती है। इसके अलावा, कतर सरकार इजरायल के खिलाफ होने के कारण भारत पर दबाव बना सकती है।

See also  ब्रिटेन वीजा: युवा पेशेवर योजना के तहत तीन हजार भारतीयों को मिलेगा वीजा, सुनक सरकार ने लगाई मुहर
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a comment