हाल के दिनों में इजरायल और ईरान के बीच तनाव एक नई ऊंचाई पर पहुँच गया है। ईरान के मिसाइल हमले के बाद, इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की तैयारियों को तेज कर दिया है, जिससे मध्य-पूर्व में संभावित युद्ध की स्थिति बन रही है। आइए जानते हैं कि इजरायल ने इस जवाबी हमले का क्या प्लान बनाया है और इसके संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं।
इजरायल का जवाबी हमला
इजरायल का कहना है कि वह ईरान को अपने हमले का ऐसा जवाब देगा कि उसे पछतावा होगा। इजरायली अधिकारियों के अनुसार, वे ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाने के साथ-साथ उसके तेल और परमाणु संयंत्रों पर भी हमले की योजना बना रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई से ईरान की आर्थिक आधारशिला को कमजोर किया जा सकता है।
एक्सियोस की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल ने संकेत दिया है कि वह जल्द ही ईरान के बुनियादी ढांचे पर एक निर्णायक हमला करेगा। इसमें ईरान के प्रमुख मिसाइल ठिकानों और अन्य रणनीतिक स्थलों को लक्ष्य बनाया जाएगा। इस सब के बीच, ईरान ने भी स्पष्ट किया है कि अगर इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की, तो वह भी पलटवार करेगा।
नेतन्याहू की रणनीति
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा प्रमुखों के साथ एक बैठक में कहा कि ईरान ने एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने जोर दिया कि इजरायल किसी भी हमले का कड़ा जवाब देगा। यह भी माना जा रहा है कि इजरायल ईरान के बड़े नेताओं के खिलाफ भी ऑपरेशन कर सकता है, जैसा कि उन्होंने हमास नेता इस्माइल हानिया के मामले में किया था।
अमेरिका की स्थिति
अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि वह ईरान के खिलाफ किसी भी हमले का समर्थन नहीं करेगा। राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि इस मुद्दे पर इजरायल से बातचीत की जाएगी। अमेरिका ने यह भी संकेत दिया है कि वह ईरान पर और प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार है।
युद्ध की संभावना
विश्लेषकों का मानना है कि अगर इजरायल और ईरान के बीच यह संघर्ष बढ़ता है, तो यह पूरे मध्य-पूर्व में युद्ध का रूप ले सकता है। इजरायल के विपक्षी नेताओं ने भी एकजुट होकर ईरान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
हालांकि यह स्पष्ट है कि इजरायल ईरान पर एक बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है, लेकिन इस स्थिति का प्रभाव न केवल क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महसूस किया जा सकता है। दुनिया को इस खतरनाक खेल का परिणाम देखने के लिए तैयार रहना होगा।