नई दिल्ली: अभिनेत्री, गायिका और फैशन आइकन जेन बिर्किन के लिए 1984 में बनाया गया एक हर्मेस बिर्किन हैंडबैग हाल ही में नीलामी में ₹80 करोड़ (10 मिलियन डॉलर) से अधिक की कीमत में बिका, जिसने इसे दुनिया का अब तक का सबसे महंगा पर्स बना दिया। इस ऐतिहासिक बैग को जापानी रीसेल दिग्गज शिंसुके साकिमोतो ने खरीदा है।
क्यों खास है यह बिर्किन बैग?
यह बैग सिर्फ एक लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक कलाकृति है। इसकी खासियतें इसे खास बनाती हैं:
- जेन बिर्किन से जुड़ा इतिहास: यह बैग ब्रिटिश एक्ट्रेस जेन बिर्किन के लिए बनाया गया था, जो इस तरह के पर्स का हर दिन इस्तेमाल करती थीं। उनके नाम पर ही इस बैग का नाम ‘बिर्किन बैग’ पड़ा।
- अद्वितीय कहानी: इसकी कहानी एक हवाई जहाज में शुरू हुई, जब जेन बिर्किन की मुलाकात हर्मेस के सीईओ जीन-लुई डुमास से हुई। जेन की टोकरी में सामान बिखरा हुआ देखकर डुमास ने उनसे एक बेहतर बैग बनाने की पेशकश की। उन्होंने फ्लाइट में ही एक वोमिटिंग बैग पर इसका डिज़ाइन बनाया था।
- दुर्लभता: बिर्किन बैग का मिलना बेहद मुश्किल है क्योंकि हर्मेस इसे बहुत सीमित संख्या में चुनिंदा ग्राहकों के लिए ही बनाता है।
- ऐतिहासिक महत्व: सोथबी की क्यूरेटर डॉ. लूसिया सावी के अनुसार, यह बैग इतिहास का एक टुकड़ा है। समय के साथ इसमें आई टूट-फूट इसकी अपील को और बढ़ाती है।
कौन हैं खरीदार शिंसुके साकिमोतो?
इस सबसे महंगे बैग के खरीदार शिनसुके साकिमोतो जापानी रीसेल दिग्गज वैल्यूएंस होल्डिंग्स के सीईओ हैं। उन्होंने बताया कि यह उनकी अब तक की सबसे महंगी खरीद है।
इससे पहले 2022 में हिमालया क्रोकोडायल बिर्किन नामक एक बैग $450,000 (लगभग ₹3.75 करोड़) में बिका था, लेकिन इस 1984 के प्रोटोटाइप बैग ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह बैग कई दशकों से फैशन प्रेमियों के बीच बेहद प्रतिष्ठित माना जाता है।