नई दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अज़हर ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक में उसके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं। जैश-ए-मोहम्मद की ओर से जारी एक बयान में मसूद अज़हर ने इस हमले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि काश इस हमले में वह भी मारा जाता।
बयान के अनुसार, हमले में मसूद अज़हर की बड़ी बहन और उनके पति, एक भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और उसके विस्तारित परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा, मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां और बाजी सादिया के पति समेत उनकी सबसे बड़ी बेटी के चार बच्चे घायल हुए हैं। मारे गए लोगों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। जैश-ए-मोहम्मद ने यह भी बताया कि एयरस्ट्राइक में मारे गए अज़हर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को आज ही दफनाया जाएगा।
गौरतलब है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पिछली रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माने जाने वाला पंजाब का वहावलपुर भी शामिल था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक प्रेस ब्रीफिंग में इस कार्रवाई को ‘केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली’ बताया था। उन्होंने पहलगाम हमले को अत्यधिक बर्बरतापूर्ण करार दिया था, जिसके जवाब में यह कार्रवाई की गई।
कर्नल सोफ़िया कुरैशी ने ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया था कि यह ऑपरेशन 6-7 मई 2025 की रात 1 बजकर 5 मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच चलाया गया। इसका उद्देश्य 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकवादी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाना था। उन्होंने स्पष्ट किया था कि इस कार्रवाई में न तो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया और न ही आम नागरिकों को, बल्कि केवल नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें पूरी तरह से तबाह कर दिया गया। रक्षा मंत्रालय ने भी इस ऑपरेशन को आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कदम बताया था।