लंदन : अब रोबोट भी रिश्ते ढूंढने में मदद कर रहे हैं। चैट जीपीटी जैसी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) तकनीकों का उपयोग करके, लोग अपनी पसंद के अनुसार जीवनसाथी ढूंढ सकते हैं। एक रोचक उदाहरण सामने आया है रूस के एक युवा आईटी प्रोफेशनल, एलेक्जेंडर जादाम का, जिन्होंने अपनी परफेक्ट दुल्हन ढूंढने के लिए चैट जीपीटी का सहारा लिया।
5000 से अधिक लड़कियों का डेटा
23 वर्षीय एलेक्जेंडर के पास 5000 से अधिक लड़कियों की डेटिंग प्रोफाइल का डेटा था, जिसमें से उन्हें सही पार्टनर ढूंढने में मुश्किल हो रही थी। उन्होंने चैट जीपीटी को प्रशिक्षित किया ताकि यह उनके लिए उपयुक्त मैच ढूंढ सके। उन्होंने ज्योतिषीय गणना, धर्म और तस्वीरों जैसे फिल्टर भी लागू किए।
चैट जीपीटी ने तलाशी दुल्हन
चैट जीपीटी ने हजारों लड़कियों में से कुछ को एलेक्जेंडर के लिए चुना और उनमें से कुछ से बातचीत भी की। एलेक्जेंडर ने बाद में उन लड़कियों से मुलाकात की और 10-12 डेट्स के बाद उन्हें अपनी पसंद की लड़की मिल गई।
एलेक्जेंडर की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल
एलेक्जेंडर ने अपनी कहानी सोशल मीडिया पर साझा की, जो वायरल हो गई। यह दर्शाता है कि एआई तकनीक अब रिश्ते ढूंढने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कैसे काम करती है यह तकनीक
चैट जीपीटी जैसे एआई टूल को प्रशिक्षित किया जा सकता है कि वे डेटा सेट में पैटर्न ढूंढें और उनका उपयोग भविष्यवाणियां करने के लिए करें। इस मामले में, चैट जीपीटी को एलेक्जेंडर की पसंद और नापसंद के आधार पर लड़कियों को चुनने के लिए प्रशिक्षित किया गया था।
क्यों है यह तकनीक क्रांतिकारी
यह तकनीक उन लोगों के लिए क्रांतिकारी हो सकती है जो पारंपरिक तरीकों से जीवनसाथी ढूंढने में परेशानी का सामना करते हैं। यह उन्हें अपनी पसंद के अनुसार मैच ढूंढने में मदद कर सकता है, जो समय और प्रयास बचाता है।
एलेक्जेंडर की कहानी दर्शाती है कि एआई तकनीक रिश्ते ढूंढने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह तकनीक उन लोगों के लिए क्रांतिकारी हो सकती है जो पारंपरिक तरीकों से जीवनसाथी ढूंढने में परेशानी का सामना करते हैं ।