Advertisement

Advertisements

रूस-यूक्रेन युद्ध: एक साल बाद

Dharmender Singh Malik
2 Min Read

24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया, और तब से दोनों देशों के बीच युद्ध चल रहा है। यह युद्ध यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का सबसे बड़ा सैन्य संघर्ष है, और इसके गंभीर मानवीय और आर्थिक परिणाम हुए हैं।

रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए कई कारण दिए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • यूक्रेन का नाटो में शामिल होने का प्रयास
  • यूक्रेन में रूसी भाषी लोगों के अधिकारों की रक्षा
  • यूक्रेन को “नाज़ीकरण” से मुक्त करना

हालांकि, अधिकांश देशों का मानना है कि रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया क्योंकि वह यूक्रेन को एक स्वतंत्र देश के रूप में स्वीकार नहीं करता है। रूस यूक्रेन को अपने प्रभाव क्षेत्र के रूप में देखता है, और वह नहीं चाहता कि यूक्रेन पश्चिम के करीब आए।

See also  पाकिस्तान चुनाव: पीएम की कुर्सी का पेच फंसा! नवाज शरीफ vs इमरान खान vs निर्दलीय: पाकिस्तान में सत्ता का नया नाटक

युद्ध के एक साल बाद, कोई भी यह नहीं कह सकता कि कब समाप्त होगा। रूस ने यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में कुछ क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है, लेकिन यूक्रेन की सेना ने लड़ाई जारी रखी है। पश्चिमी देश यूक्रेन को हथियार और आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे हैं, लेकिन वे सीधे युद्ध में शामिल नहीं होना चाहते हैं।

युद्ध के कारण अब तक लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं, और हजारों लोग मारे गए हैं। युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है, क्योंकि ऊर्जा और खाद्य कीमतें बढ़ गई हैं।

युद्ध के एक साल बाद, यह स्पष्ट है कि रूस-यूक्रेन युद्ध एक वैश्विक संकट है। यह युद्ध अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देता है, और यह मानवीय पीड़ा का एक बड़ा स्रोत है।

Advertisements

See also  कनाडा में भारतीय मूल के सिख व्यक्ति पर लगा अपने ही बच्चों की हत्या का आरोप
See also  मॉडल के फेफड़ों में छुपी थी मौत की धातु, डॉक्टरों ने समय पर बचाई जान! जाइये पूरा मामला
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement