फ्लोरिडा: भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथियों ने 9 महीने बाद पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी की है। उनका ड्रैगन कैप्सूल आज तड़के 3 बजकर 58 मिनट पर फ्लोरिडा के समुद्र में गिरा। कैप्सूल की गति को नियंत्रित करने के लिए चार पैराशूट लगे थे, जो समुद्र की सतह छूते ही धीरे-धीरे गिर गए।
नासा और स्पेसएक्स की सफल लैंडिंग
नासा ने अपनी कमेंट्री में कहा, “और ये स्प्लैशडाउन है, क्रू-9 धरती पर आ चुका है।” इस पल का स्वागत तालियों और मुस्कुराहटों के साथ किया गया। कंट्रोल सेंटर ने अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत करते हुए कहा, “निक, एलेक, बुच, सुनी…स्पेसएक्स की ओर से घर वापस आने का स्वागत है।”
डॉल्फ़िन का स्वागत
एक मनमोहक दृश्य में, ड्रैगन कैप्सूल के समुद्र में गिरने के बाद डॉल्फ़िन मछलियों के एक समूह ने उसे घेर लिया और चक्कर लगाने लगीं। इस खूबसूरत तस्वीर को एलन मस्क ने भी साझा किया है।
मिशन की चुनौतियाँ
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में 8 दिनों के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे। लेकिन बोइंग के स्टारलाइनर यान में खराबी के कारण उन्हें धरती पर लौटने में लंबा समय लगा। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद, यह काम एलन मस्क को सौंपा गया और आखिरकार 19 मार्च 2025 को यह मिशन पूरा हुआ।
सुनीता विलियम्स का अनुभव
सुनीता विलियम्स ने इस मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए और अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने वाली महिला का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 900 घंटे से अधिक का शोध पूरा किया और 150 से अधिक प्रयोग किए।
वापसी के बाद
पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को थोड़ी कमजोरी महसूस हुई, क्योंकि वे लंबे समय तक शून्य गुरुत्वाकर्षण में रहे थे। उन्हें स्ट्रेचर पर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी रिकवरी प्रक्रिया शुरू की गई है।