कंजूसी की हद: सेकेंड हैंड अंडरवियर पहनती है महिला, 20 साल से नहीं खरीदे नए कपड़े, नहीं है रुपए की कोई कमी

Dharmender Singh Malik
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वाशिंगटन । दुनिया में बहुत से लोग इतने खर्चीले होते हैं कि वो हर छोटी चीज के लिए ढेरों रुपये उड़ा देते हैं। उन्हें पानी की तरह पैसे बहाने में जरा भी संकोच नहीं लगता। अब अगर वो अमीर हुए तो इतने पैसे खर्च करने में उन्हें जरा भी नहीं खलेगा, लेकिन अगर उनके पास पैसों की कमी हुई तो फिर वो उधारी लेने पर मजबूर हो जाते हैं। मगर बहुत से लोग विपरीत सोच के होते हैं। वो इतने कंजूस होते हैं कि अपनी जरूरतों पर भी खर्च नहीं करते और पैसे होने के बावजूद बदहाली में जिंदगी गुजारते हैं। ऐसी ही एक महिला वेल्स में रहती हैं, जो कंजूसी की हद पर कर दी हैं।

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साउथ वेल्स की रहने वाली एंजेला मॉर्टोन दो बच्चों की मां हैं। पिछले 20 सालों से वो सेकेंड हैंड कपड़े या फिर सस्ते कपड़े ही खरीद रही हैं। ऐसा करने के पीछे सिर्फ एक कारण है, पैसों की बचत। यूं तो ये एक अच्छी आदत है पर आपको जानकर हैरानी होगी कि वो अपनी अंडरवियर तक सेकेंड हैंड ही खरीदती हैं। वो अपने कपड़े या अन्य सामान खरीदने के लिए ईबे और विंटेड को ही चुनती हैं। उन्होंने कहा कि वो हजारों रुपये सेकेंड हैंड शॉपिंग से बचा चुकी हैं। हाल ही में उन्होंने 3 सामान सेकेंड हैंड खरीदे और करीब 1.4 लाख रुपयों की बचत कर ली।

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महिला ने अपने पति डेविड, 17 साल के बेटे बेन और 16 साल की बेटी मेगन को भी ऐसा करने के लिए कह चुकी हैं। उनके बच्चे पिछले 10 सालों से सेकेंड हैंड या हैंड मेड कपड़े पहन रहे हैं। एंजेला जब 19 साल की थीं, तब से उन्हें विंटेज सामानों का काफी शौक था। धीरे-धीरे उन्होंने उसे ही फैशन ट्रेंड बना लिया। उन्होंने 1950 और 1960 के पहनावे काफी पसंद आते थे। उनका कहना है कि वो कभी-कभी नए मोजे और अंडरवियर खरीद लेती हैं, मगर उनकी अधिकतर अंडरवियर सेकेंड हैंड ही हैं। उनका कहना है कि अब वो अपना बिजनेस शुरू करना चाहती हैं और फास्ट फैशन की ओर लोगों का ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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