अमेरिकी सेना ने शनिवार को इराक और सीरिया में ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड (IRGC) और उसके समर्थित मिलिशिया से जुड़े 85 ठिकानों पर हवाई हमले किए। यह हमला 5 दिन पहले जॉर्डन-सीरिया सीमा पर किए गए ड्रोन हमले में तीन सैनिकों की मौत के जवाब में किया गया था।
हवाई हमलों में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन स्टोरेज साइटों के साथ-साथ इंटेलिजेंस ठिकानों को निशाना बनाया गया। अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि इन हमलों का उद्देश्य भविष्य में IRGC द्वारा किए जाने वाले हमलों को रोकना और अमेरिकी सैनिकों और सहयोगियों को बचाना था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन ठिकानों को अपना निशाना बनाया है, जिसका उपयोग IRGC और उसके समर्थित मिलिशिया से जुड़े लोग करते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका हमेशा अपने नागरिकों और सहयोगियों की रक्षा करेगा।
हवाई हमलों की तीव्रता और लक्ष्यों की संख्या से पता चलता है कि अमेरिका IRGC को एक गंभीर संदेश देना चाहता है। यह देखना बाकी है कि IRGC इन हमलों का जवाब कैसे देगा।