ट्रंप का सख्त कदम: 1000 से ज्यादा विदेशी छात्रों के वीजा रद्द, खतरे में भविष्य!

Manasvi Chaudhary
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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई नीति के तहत, ट्रंप सरकार ने पिछले कुछ हफ्तों में 1,000 से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा रद्द कर दिए हैं। इस फैसले से इन छात्रों के लिए हिरासत और निर्वासन का खतरा बढ़ गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, 160 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के कम से कम 1,024 छात्रों के वीजा रद्द किए गए हैं या उनकी कानूनी स्थिति समाप्त कर दी गई है।

इस फैसले ने उन छात्रों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं जो पहले से ही अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे। कई छात्रों ने होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के खिलाफ मुकदमे दायर किए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि उन्हें उचित प्रक्रिया से वंचित किया गया और उनके वीजा रद्द करने का कोई कारण नहीं बताया गया।

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कुछ छात्रों का दावा है कि प्रशासन ने बिना किसी स्पष्ट कारण के उनकी स्थिति बदल दी है। ये घटनाएं हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, मैरीलैंड विश्वविद्यालय और ओहियो स्टेट विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थानों में भी देखी गई हैं।

अमेरिकी विश्वविद्यालयों को धमकी

ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी विश्वविद्यालयों को धमकी दी है कि यदि वे छात्रों की सक्रियता को कम करने के लिए प्रशासन के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो उनकी वित्तीय सहायता रोक दी जाएगी। हार्वर्ड विश्वविद्यालय की 2.3 बिलियन डॉलर की संघीय वित्तीय सहायता पहले ही रोकी जा चुकी है, लेकिन विश्वविद्यालय ने सरकार के इन आदेशों का विरोध करने का संकल्प लिया है।

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अंतरराष्ट्रीय छात्रों के वीजा क्यों रद्द किए जा रहे हैं?

इस फैसले का मुख्य कारण 2018 में कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्र कार्यकर्ता महमूद खलील की गिरफ्तारी के बाद उठी चिंता है। ट्रंप प्रशासन ने कहा था कि यह उसका अधिकार है कि वह ‘यहूदी विरोधी’ प्रदर्शनों में भाग लेने वाले विदेशी नागरिकों को निर्वासित कर सकता है। कुछ विश्वविद्यालयों का कहना है कि अप्रवासी छात्रों को मामूली उल्लंघनों के लिए भी निशाना बनाया जा रहा है।

वीजा रद्द होने से छात्रों में डर का माहौल

पहले जब किसी छात्र का वीजा रद्द होता था, तो वह अमेरिका में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकता था, जब तक कि वह देश छोड़ने का फैसला नहीं लेता। लेकिन अब वीजा रद्द होने पर छात्रों को संघीय अधिकारियों, जैसे कि ICE (इमिग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट) द्वारा हिरासत में लिया जा सकता है।

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इस बदलाव से छात्रों में डर का माहौल पैदा हो गया है, क्योंकि वे समझ नहीं पा रहे हैं कि उनके वीजा क्यों रद्द किए जा रहे हैं। अमेरिका में विदेशी छात्रों के वीजा रद्द करने की यह प्रक्रिया एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि यह छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर सकती है।

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