दुनिया हर दिन बदल रही है। प्रौद्योगिकी, नवाचार और नई रुझानों ने हमें एक नई दिशा दी है। ऐसे में यह सवाल कि “2025 में मिलियनेयर कहाँ स्थानांतरित होंगे?” बहुत दिलचस्प है। साथ ही, इस सवाल का उत्तर कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केवल अमीर लोगों के पलायन की बात नहीं करता, बल्कि यह उन देशों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो इन मिलियनेयरों का स्वागत करेंगे।
मिलियनेयर का पलायन क्यों होता है?
मिलियनेयरों के पलायन के पीछे कई कारण होते हैं, जिनमें आर्थिक, राजनीतिक और जीवनशैली से जुड़ी बातें शामिल हैं। इन उच्च-नेट वर्थ व्यक्तियों की विशाल संपत्ति और निवेश, उनके जाने वाले देशों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ऐसे लोग अपने घर से दूसरे देशों में स्थानांतरित होते हैं, जहां उन्हें बेहतर जीवनशैली, व्यापार के अवसर, टैक्स की सुविधाएं, और राजनीतिक स्थिरता मिलती है।
मिलियनेयर पलायन के प्रमुख कारण
राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता (Political and Economic stability)
किसी भी मिलियनेयर के लिए सबसे बड़ा आकर्षण उस देश का राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता है। जब देश में राजनीतिक अशांति या आर्थिक असंतुलन होता है, तो यह अमीर लोगों को उस देश को छोड़ने पर मजबूर करता है। दूसरी ओर, स्थिर राजनीतिक वातावरण और एक मजबूत अर्थव्यवस्था उन देशों के लिए एक आकर्षण बनती है।
टैक्स ऑप्टिमाइजेशन (Tax Optimization)
टैक्स का स्ट्रक्चर मिलियनेयर के पलायन का एक और प्रमुख कारण है। कई देश जो कम टैक्स दरों या शून्य आयकर वाले हैं, उन्हें मिलियनेयर पसंद करते हैं। जैसे कि UAE या मोनाको, जहां लोग अपने निवेश पर कम टैक्स देना पसंद करते हैं।
व्यापार के अवसर और जीवनशैली (Political and Economic stability)
व्यापार के अच्छे अवसर, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर शिक्षा मिलियनेयरों को अन्य देशों में निवास करने के लिए आकर्षित करते हैं। उदाहरण के लिए, यूएई और अन्य देश जहाँ व्यापारिक अवसरों और जीवनशैली की उत्कृष्टता है।
गोल्डन वीजा प्रोग्राम (Golden Visa Programs:)
कई देश निवेशकों को गोल्डन वीजा प्रोग्राम के तहत स्थायी निवास (PR) प्रदान करते हैं। इन प्रोग्रामों में निवेश करने के बाद, व्यक्ति को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, यात्रा की सुविधा और अन्य कई लाभ मिलते हैं। इससे निवेशक इन देशों में अपनी संपत्ति और निवेश बढ़ा सकते हैं।
जलवायु स्थिरता (Climate sustainability)
जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभाव के कारण, निवेशक पर्यावरणीय रूप से स्थिर देशों को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे देश जो जलवायु के प्रति सहनशील और पर्यावरणीय रूप से स्वस्थ हैं, जैसे न्यूजीलैंड और अन्य यूरोपीय देश, उन्हें मिलियनेयरों का आकर्षण बना हुआ है।
2025 में मिलियनेयरों के लिए प्रमुख पलायन स्थल
2025 में मिलियनेयर जहां स्थानांतरित होने की योजना बना रहे हैं, उनमें कुछ प्रमुख देश हैं, जो उनके लिए आकर्षक होंगे।
- यूएई (संयुक्त अरब अमीरात): दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों ने अपने व्यापारिक माहौल, शून्य आयकर और जीवनशैली के कारण बहुत से मिलियनेयरों को आकर्षित किया है। इसके अलावा, यहां के डिजिटल और व्यापारिक प्रोजेक्ट्स भी निवेशकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बने हैं।
- अमेरिका: अमेरिका हमेशा से मिलियनेयरों का एक प्रमुख गंतव्य रहा है। यहां की मजबूत अर्थव्यवस्था, बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं, और विश्वसनीय कानूनी प्रणाली इसे एक आकर्षक स्थान बनाती हैं। इसके अलावा, अमेरिका में निवेशकों के लिए कई व्यापारिक अवसर भी हैं।
- ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया उन मिलियनेयरों के लिए आदर्श स्थान है जो अपने परिवार के लिए बेहतर जीवनशैली और सुरक्षित वातावरण चाहते हैं। इसके साथ ही, ऑस्ट्रेलिया के आसान इमिग्रेशन नियम और स्थिर आर्थिक स्थिति इसे एक बेहतरीन गंतव्य बनाते हैं।
- कनाडा: कनाडा मिलियनेयरों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन चुका है। यहां की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, और आकर्षक जीवनशैली इसे मिलियनेयरों के लिए पसंदीदा बनाती हैं।
- सिंगापुर: सिंगापुर एक प्रमुख एशियाई गेटवे है जो चीन, भारत और अन्य देशों के मिलियनेयरों को आकर्षित करता है। यहां की मजबूत बैंकिंग प्रणाली, सुरक्षा, और व्यापारिक अवसर मिलियनेयरों के लिए आकर्षण का कारण बनते हैं।
मिलियनेयर पलायन का महत्व
मिलियनेयरों का पलायन केवल आर्थिक फायदा नहीं लाता, बल्कि यह देशों के लिए रोजगार के नए अवसर, विदेशी निवेश और आर्थिक विकास के साथ-साथ उन्नति भी लाता है। Henley & Partners की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में लगभग 20% HNWIs (हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स) उद्यमी थे, जिन्होंने बड़ी संख्या में अरबपतियों और मिलियनेयरों को आकर्षित किया।
जब ये मिलियनेयर किसी देश में जाते हैं, तो इससे उस देश में विदेशी निवेश (FDI) बढ़ता है, जो आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा, यह मिलियनेयर इन देशों में उच्च-स्तरीय सेवाओं, लक्ज़री रियल एस्टेट, और अन्य उत्पादों की मांग भी बढ़ाते हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में विकास होता है।
2025 में मिलियनेयरों के लिए सुरक्षित स्वर्ग
कुछ प्रमुख देश, जो 2025 में मिलियनेयरों के लिए सुरक्षित स्वर्ग माने जाएंगे, वे हैं:
- यूएई
- ऑस्ट्रेलिया
- स्विट्ज़रलैंड
- सिंगापुर
- न्यूजीलैंड
- माल्टा
- मोनाको
- मॉरीशस
इन देशों में राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता, अनुकूल टैक्स प्रणाली और बेहतर जीवनशैली के कारण मिलियनेयर इन देशों को अपने नए घर के रूप में चुनेंगे। इनके साथ-साथ इन देशों में निवेशकों के लिए कई आकर्षक प्रोग्राम और सुविधाएं भी मौजूद हैं, जो उन्हें स्थायी निवास और बेहतर जीवन का अवसर प्रदान करते हैं।