लू लगने से मृत्यु क्यों होती है??
स्वास्थ्य-हमारे शरीर का तापमान हमेशा 37° डिग्री सेल्सियस होता है, इस तापमान पर ही हमारे शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम कर पाते है….
आई एम ए उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष डॉ हरेन्द्र गुप्ता (के एन हॉस्पिटल कमलानगर) के अनुसार पसीने के रूप में पानी बाहर निकालकर शरीर 37° सेल्सियस टेम्प्रेचर मेंटेन रखता है, इसलिए लगातार पसीना निकलते वक्त भी पानी पीते रहना अत्यंत जरुरी और आवश्यक है!!! क्योंकि पानी की कमी होने पर शरीर पसीने के रूप में पानी बाहर निकालना बंद कर देता है!!!
जब शरीर का तापमान जब 42° सेल्सियस तक पहुँच जाता है तब रक्त गरम होने लगता है और रक्त मे उपस्थित प्रोटीन पकने लगता है ( जैसे उबलते पानी में अंडा पकता है )!!! जिसके फलस्वरूप स्नायु कड़क होने लगते है इस दौरान सांस लेने के लिए जरुरी स्नायु भी काम करना बंद कर देते हैं!!!
शरीर का पानी कम हो जाने से रक्त गाढ़ा होने लगता है, ब्लडप्रेशर low हो जाता है, महत्वपूर्ण अंग (विशेषतः ब्रेन ) तक ब्लड सप्लाई रुक जाती है!!!
व्यक्ति कोमा में चला जाता है और उसके शरीर के एक- एक अंग कुछ ही क्षणों में काम करना बंद कर देते हैं, और उसकी मृत्यु हो जाती है!!!!
गर्मी के दिनों में ऐसे अनर्थ टालने के लिए लगातार थोडा थोडा पानी पीते रहना चाहिए, और हमारे शरीर का तापमान 37° मेन्टेन किस तरह रह पायेगा इस ओर ध्यान देना चाहिए।
कृपया 12 से 3 के बीच ज्यादा से ज्यादा घर, कमरे या ऑफिस के अंदर रहने का प्रयास करें…..
कृपया स्वयं को और अपने जानने वालों को पानी की कमी से ग्रसित न होने दें….
किसी भी अवस्था मे कम से कम 3 ली. पानी जरूर पियें…..
जहां तक सम्भव हो ब्लड प्रेशर पर नजर रखें,किसी को भी हीट स्ट्रोक हो सकता है….
ठंडे पानी से नहाएं,मांस का प्रयोग छोड़ें या कम से कम करें….फल और सब्जियों को भोजन मे ज्यादा स्थान दें….
हीट वेव कोई मजाक नही है!!!!
शयन कक्ष और अन्य कमरों मे 2 आधे पानी से भरे ऊपर से खुले पात्रों को रख कर कमरे की नमी बरकरार रखी जा सकती है…..
अपने होठों और आँखों को नम रखने का प्रयत्न करें…….
लू से बचाव ही इसका सर्वोत्तम इलाज है
लू लगना, मृत्यु की ओर पहला कदम…
प्रभारी-दैनिक अग्रभारत समाचार पत्र (आगरा देहात)
Leave a comment