स्वास्थ्य-साइनस एक ऐसी बीमारी है जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस बीमारी का इलाज अगर शुरूआत में ही कर लिया जाए साथ ही डाइट पर ध्यान दिया जाए तो बीमारी को क्रॉनिक अवस्था में जाने से रोका जा सकता है।
सर्दी में साइनस के मरीज़ों की परेशानी बढ़ जाती है, ठंडी हवाएं नाक को जाम कर देती है जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है। साइनस इंफेक्शन नाक से जुड़ी एक ऐसी परेशानी है जो एलर्जी, बैक्टीरियल इंफेक्शन या कोल्ड की वजह से हो जाती है। साइनस की वजह से सीने में बलगम जमने लगता है जिससे सिर में दर्द रहता है और सांस लेने में भी तकलीफ महसूस होती है। कई बार इसकी वजह से जबड़ा और आंखों के आस-पास की जगह में भी दर्द महसूस होता है।
साइनस एक ऐसी बीमारी है जिसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस बीमारी का इलाज अगर शुरूआत में ही कर लिया जाए, साथ ही डाइट पर ध्यान दिया जाए तो बीमारी को क्रॉनिक अवस्था में जाने से रोका जा सकता है। इस बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए कुछ फूड परेशानी पैदा कर सकते हैं। जिन लोगों को साइनस की परेशानी है उन्हें कुछ चीज़ों से परहेज़ करने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं कि साइनस के मरीज़ों को डाइट में किन चीज़ों से परहेज़ करने की जरूरत है।
जिन लोगों को साइनस की परेशानी है वो डाइट में रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेड का सेवन कम करें। रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेड में आलू और मैदा ऐसे फूड है जो सूजन को बढ़ाने में जिम्मेदार है
आलू और मैदा से परहेज़ करें:
जिन लोगों को साइनस की परेशानी है वो डाइट में रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेड का सेवन कम करें। रिफाइन्ड कार्बोहाइड्रेड में आलू और मैदा ऐसे फूड है जो सूजन को बढ़ाने में जिम्मेदार है।
ओमेगा-6 फैटी एसिड से परहेज़ करें:
डाइट में ओमेगा-6 फैटी एसिड से परहेज़ करें। ओमेगा-6 फैटी एसिड में सनफ्लावर, कॉर्न, बादाम का तेल शामिल है।
प्रोसेस्ड शुगर नहीं खाएं:
अगर आपको साइनस की शिकायत है तो आप पेस्ट्री, सोडा, फ्रूट जूस, डेजर्ट, चॉकलेट से परहेज़ करें। इन सभी चीज़ों का सेवन साइनस की परेशानी को बढ़ा सकता है।
फास्ट फूड बढ़ा सकते हैं मुश्किल:
फास्ट फूड में मोनो सोडियम ग्लूटामेट होता है जो साइनस के मर्ज़ को बढ़ा देता है। अगर आप फास्ट फूड खाने के शौकीन हैं तो इसे डाइट से निकाल दीजिए इनके सेवन से बीमारी बढ़ सकती है।
डेयरी प्रोडक्ट से करें तौबा:
डेयरी प्रोडक्ट्स यानि दूध और दूध से बने पदार्थों से परहेज़ करें। डेयरी प्रोडक्ट और सोयाबीन एलर्जी बढ़ाने में जिम्मेदार है इसलिए इनसे दूरी बेहतर है।
येसुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें। सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।