नई दिल्ली। यूनिवर्सिटी आफ टोरंटो में मनोविज्ञान के प्रोफेसर ज्याफ मैकडोनाल्ड ने अपने शोध में बताया है, 40 साल की उम्र के बाद पुरुषों में अकेले रहने की चाहत ज्यादा होती है। कामकाजी महिलाएं भी अकेले रहने की आजादी को पसंद करती हैं। इस उम्र में आते-आते शादीशुदा पुरुष और महिलाओं के दोस्त कम होने लगते हैं। अकेले रहने पर व्यस्क खुशी महसूस करते हैं।
40 साल की उम्र के बाद अकेले रहना, लोगों को अच्छा लगने लगता है। प्यु रिसर्च सेंटर ने जो शोध किया है। उनके अनुसार अमेरिका में इस वक्त 40 फ़ीसदी व्यस्क अकेले रह रहे हैं। सर्वे में इन लोगों ने डेटिंग या अन्य रिलेशन बनाने से इनकार किया है। 1990 में अमेरिका में अकेले रहने वाले व्यक्तियों की संख्या 29 फ़ीसदी थी। जो अब बढ़कर 39 फ़ीसदी तक पहुंच गई है।
69 साल की सोशल साइकोलॉजिस्ट बेला डेपोलो का कहना है, जो महिला और पुरुष महत्वकांक्षी होते हैं। वह अधिकांश समय अकेले रहना पसंद करते हैं। उन्हें लगता है कि अकेले रहने से वह ज्यादा खुश रह पाते हैं।
दुनिया के कई देशों में कई दशकों से शादियां कम होने लगी हैं। शादी अब परिवार बनाने,आर्थिक एवं सामाजिक तौर पर लोगों की मजबूरी नहीं रही। जिसके चलते अब लोगों के बीच में अकेले रहने की रुचि बढ़ती जा रही है। बिना शादी या बिना किसी बंधन के वह अपने रोमांटिक जीवन को भी जीते हुए,अपना अधिकांश समय एकांत में बिताना पसंद करते हैं।
पिछले 30 वर्षों में दुनिया मे नया ट्रेंड शुरू हो गया है। अकेले रहने की सबसे बड़ी वजह आजादी को बताया जा रहा है। अकेले रहने वाले लोगों का मानना है, कि वह खुद के लिए ज्यादा समय दे पाएंगे। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्हें किसी भटकाव और बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। अकेले रहने वालों का सामाजिक दायरा बड़ा होता जा रहा है। सामाजिक व्यवस्था में अमेरिका सहित दुनिया के अन्य देशों में इसी तरह के बदलाव को देखा जा रहा है।