नया शोध अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स के खतरों को उजागर करता है। कैंसर, हृदय रोग, मानसिक विकार और समय से पहले मृत्यु का खतरा इन खाद्य पदार्थों से बढ़ता है। जानें क्या कहती है बीएमजे जर्नल की रिपोर्ट और कैसे बचें इनसे।
हाइलाइट्स:
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45 अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों में शामिल 1 करोड़ से अधिक लोगों पर आधारित शोध
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अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स से मानसिक विकार, कैंसर और समयपूर्व मृत्यु का खतरा
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चिंता और तनाव के मामले 53% तक अधिक पाए गए
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टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोगों से जुड़ा है सीधा संबंध
क्या कहता है नया शोध?
बीएमजे जर्नल में प्रकाशित एक नए वैज्ञानिक अध्ययन ने एक बार फिर अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स के बढ़ते खतरे को उजागर किया है। अध्ययन में शामिल वैज्ञानिकों ने दुनिया भर के 45 अलग-अलग अध्ययनों की समीक्षा की, जिनमें 1 करोड़ से अधिक लोग शामिल थे।
रिपोर्ट के अनुसार, इन फूड्स का नियमित सेवन न केवल मोटापा, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, बल्कि यह कैंसर, हृदय रोग, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, और मानसिक स्वास्थ्य विकारों का भी प्रमुख कारण बन रहा है।
मानसिक रोगों में तेजी से वृद्धि
ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी के फूड एंड मूड सेंटर की प्रमुख शोधकर्ता मेलिसा लेन बताती हैं कि अध्ययन में यह सामने आया है कि जो लोग अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन करते हैं, उनमें तनाव और चिंता के लक्षण 53% अधिक देखे गए हैं।
हृदय रोग और डायबिटीज का खतरा
शोधकर्ताओं के अनुसार, इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने वालों में:
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टाइप-2 डायबिटीज
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उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)
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दिल की बीमारियां (हृदय रोग)
का खतरा बहुत अधिक देखा गया है।
यह भी सामने आया कि इन बीमारियों के चलते इन व्यक्तियों में समय से पहले मृत्यु की संभावना 20% अधिक है।
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स क्या होते हैं?
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स वे खाद्य-पदार्थ हैं जो प्राकृतिक सामग्री से तो बनते हैं, लेकिन:
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उनमें प्रिज़र्वेटिव्स, रंग, और कृत्रिम स्वाद मिलाए जाते हैं
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लंबे समय तक टिकाऊ रखने के लिए केमिकल्स डाले जाते हैं
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इनमें अधिक मात्रा में चीनी (शुगर), नमक (सोडियम) और ट्रांस फैट्स होते हैं
उदाहरण:
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पैकेज्ड स्नैक्स
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इंस्टेंट नूडल्स
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सॉफ्ट ड्रिंक्स
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फ्रोजन पिज्ज़ा
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कैंडीज और बिस्किट्स
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार चेतावनी दे रहे हैं कि:
“जितना हो सके, ऐसे फूड्स से दूरी बनाएं और ताजे, प्राकृतिक और घर के बने खाने को प्राथमिकता दें।”
क्या करें बचाव के लिए?
✅ अधिक से अधिक घरेलू भोजन का सेवन करें
✅ फ्रेश फ्रूट्स और वेजिटेबल्स को आहार में शामिल करें
✅ प्रोसेस्ड फूड्स के लेबल ध्यान से पढ़ें
✅ बच्चों को जंक फूड की आदत से बचाएं
✅ मानसिक और शारीरिक फिटनेस बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम करें
निष्कर्ष
अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड्स का स्वाद भले ही लुभावना हो, लेकिन इसका असर धीरे-धीरे आपके शरीर और दिमाग पर खतरनाक रूप से पड़ता है। अगर आप लंबा और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो अभी से अपने खान-पान में बदलाव करना ज़रूरी है।