PLOS मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन में पाया गया है कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन मानसिक स्वास्थ्य में गिरावट से जुड़ा हो सकता है। अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सबसे अधिक अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खाते थे, उनमें अवसाद और चिंता होने की संभावना अधिक थी।
अध्ययन में लगभग 10,000 लोगों को शामिल किया गया था, जिनके मानसिक स्वास्थ्य और आहार का आकलन किया गया था। परिणामों से पता चला कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन जितना अधिक था, अवसाद और चिंता के लक्षण भी उतने ही अधिक थे।
अध्ययन के लेखकों का मानना है कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में पाए जाने वाले अस्वास्थ्यकर वसा, चीनी और नमक मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाने वाले पदार्थ भी हो सकते हैं, जो मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बाधित कर सकते हैं।
अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम करने से मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। अध्ययन के लेखकों ने यह भी सुझाव दिया कि लोगों को अधिक साबुत, असंसाधित खाद्य पदार्थ खाने चाहिए, जैसे कि फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन।
अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ क्या हैं?
अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ वे खाद्य पदार्थ हैं जो अपने मूल प्राकृतिक रूप से बहुत बदल गए हैं। इन खाद्य पदार्थों में अक्सर चीनी, वसा, नमक और अन्य कृत्रिम सामग्री होती है। अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के कुछ उदाहरण हैं:
- फास्ट फूड
- स्नैक्स
- सोडा और अन्य मीठे पेय
- पैकेज्ड फूड्स
- जमे हुए भोजन
- तत्काल भोजन
अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचने के लिए क्या करें?
अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- घर पर अधिक खाना बनाएं।
- ताजे, असंसाधित खाद्य पदार्थों पर ध्यान दें।
- लेबल पढ़ें और उन खाद्य पदार्थों से बचें जिनमें चीनी, वसा, नमक और कृत्रिम सामग्री अधिक हो।
- अधिक फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन खाएं।
यदि आप अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को छोड़कर स्वस्थ आहार का पालन करना मुश्किल पाते हैं, तो किसी पंजीकृत आहार विशेषज्ञ या अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से बात करें। वे आपको एक स्वस्थ आहार योजना बनाने में मदद कर सकते हैं जो आपके लिए सही हो।