नई दिल्ली। दिवाली की शुरुआत शनिवार को धनतेरस से हो गई। हालांकि धन-समृद्धि के पर्व धनतेरस की तिथि व समय को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। क्योंकि इस वर्ष धनतेरस दो दिनों तक है। बहुत से लोगों को पता नहीं है कि धनतेरस आज (22 अक्टूबर) या कल (23 अक्टूबर) को मनाया जाना चाहिए। जबकि कुछ लोग दोनों दिन इस पर्व को मना रहे हैं। इन सबके बीच शनिवार को धनतेरस के पहले दिन बाजारों में लोगों की भीड़ रही, सड़कों पर भीषण जाम रहा और दुकानों में काफी चहल-पहल देखी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धनतेरस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने धनतेरस के मौके पर मध्य प्रदेश के साढ़े चार लाख परिवारों को पीएम आवास योजना के तहत नए घर में वर्चुअली गृह प्रवेश करवाया। प्रधानमंत्री ने धनतेरस और दीपावली की शुभकामना देते कहा कि यह अवसर नया सवेरा लाया है।
जानें कब है धनतेरस का शुभ मुहूर्त
लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि धनतेरस कब है और सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई सारे यूजर्स लगातार कमेंट कर रहे हैं। धनतेरस को लेकर न्यूज एजेंसी एएनआइ ने दिल्ली के पंडित भैरीनाथ मिश्रा के हवाले से बताया कि इस बार दो दिन तक धनतेरस मनाया जाएगा। यानी कि आप दोनों दिन खरीदारी कर सकते हैं। पंडित मिश्रा ने कहा कि इस साल धनतेरस दो दिन पड़ रहा है। त्योहार मनाने का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर की शाम से शुरू होगा और 23 अक्टूबर शाम तक जारी रहेगा।
खरीदारी करने का क्या है शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, धनतेरस के दिन सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को शाम 06:02 बजे से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 06:27 बजे समाप्त होगा। इस दौरान लोग खरीदारी करते हैं तो शुभ मुहूर्त माना जाएगा। साथ ही 22 अक्टूबर को त्रिपुष्कर योग भी है। माना जाता है कि इस दिन भक्तों को उनकी पूजा का तीन गुना फल मिलता है।
क्या है धनतेरस
बता दें कि धनतेरस दो शब्दों ‘धन’ और ‘तेरस’ से मिलकर बना है। धन का मतलब होता है पैसें और तेरस तेरहवें दिन को दर्शाता है। पांच दिवसीय दिवाली त्योहार, आधिकारिक तौर पर इस दिन (धनतेरस) से शुरू होता है, जिसे धनत्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि देवी लक्ष्मी इस दिन समुद्र मंथन से दूध के सागर से निकली थीं।